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कौन है Farhatullah Ghori? भारत की ट्रेनों को बम से उड़ाने की दी है धमकी

Who is Farhatullah Ghori पाकिस्तान में बैठे फरहतुल्लाह घोरी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो स्लीपर सेल के जरिए भारत में ट्रेनों पर हमले करने की बात कर रहा है। वीडियो में वह प्रेशर कुकर के जरिए बम विस्फोट के विभिन्न तरीकों के बारे में बात कर रहा है। फरहतुल्लाह घोरी और उसके दामाद शाहिद फैसल का दक्षिण भारत में स्लीपर सेल का एक मजबूत नेटवर्क है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Wed, 28 Aug 2024 01:10 PM (IST)
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Farhatullah Ghori: आतंकी फरहतुल्लाह घोरी के वीडियो ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है।(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी लगातार भारत में स्लीपर सेल के जरिए हमले करने की कोशिश करते रहते हैं। हालांकि, भारत में खुफिया एजेंसियां इन आतंकियों के नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देती। मौजूदा समय में भारत की खुफिया एजेंसियां काफी ज्यादा अलर्ट हैं। इसके पीछे वजह है पाकिस्तान में बैठा आतंकी फरहतुल्लाह घोरी (Farhatullah Ghori)

दरअसल,फरहतुल्लाह घोरी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो स्लीपर सेल के जरिए भारत में ट्रेनों पर हमले करने की बात कर रहा है। वीडियो में उसने प्रेशर कुकर के जरिए बम विस्फोट के विभिन्न तरीकों के बार में बात कर रहा है।

भारत में भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद घोरी पाकिस्तान में छिपा हुआ है। उसने ही पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की मदद से स्लीपर सेल के जरिए बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में विस्फोट की साजिश रची थी। 1 मार्च को रामेश्वरम में हुई ब्लास्ट में 10 लोग घायल हुए थे।

कौन है फरहतुल्लाह घोरी?

अबू सूफियान, सरदार साहब और फारू के नाम से मशहूर फरहतुल्लाह घोरी एक आतंकवादी है। साल 2002 में गुजरात के अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले में उसका हाथ है। वहीं,साल 2005 में हैदराबाद टास्ट फोर्स ऑफिस पर हुए आत्मघाती हमले के लिए भी वो जिम्मेदार है।  

फरहतुल्लाह घोरी और उसके दामाद शाहिद फैसल का दक्षिण भारत में स्लीपर सेल का एक मजबूत नेटवर्क है। फैसल रामेश्वरम कैफे विस्फोट के दोनों आरोपियों के संपर्क में था और मामले में हैंडलर था।

कुछ महीने पहले, पुणे-आईएसआईएस मॉड्यूल के कई आतंकवादियों को देश भर से गिरफ्तार किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने घोरी का नाम रिकॉर्ड पर लिया था। उस समय अधिकारियों ने दावा किया था कि आईएसआई भारत में स्लीपर सेल चला रही है और हमलों को अंजाम देने के लिए युवाओं की भर्ती कर रही है।

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