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Indian Railways: ...तो इस वजह से गरीब रथ का हरा है रंग, किफायती दरों पर तय होता है सफर

रेलवे ने साल 2005 में गरीब रथ एक्सप्रेस को लॉन्च किया था। जिसके बाद 5 अक्टूबर 2006 को सहरसा जंक्शन से लेकर अमृतसर जंक्शन के बीच में गरीब रथ का संचालन किया गया था। मध्यमवर्गीय लोगों को केंद्र में रखकर इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी।

By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 28 Apr 2023 09:46 PM (IST)
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Indian Railways: ...तो इस वजह से गरीब रथ का हरा है रंग, किफायती दरों पर तय होता है सफर
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में सफर का सबसे भरोसेमंद और सुगम साथी भारतीय रेलवे है। समय के साथ ही रेलवे ने अपनी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया है। रेलवे प्रतिदिन हजारों की संख्या में ट्रेनों का संचालन करती है। जिसकी मदद से यात्री बड़ी संख्या में रोजाना अपने गंतव्य की ओर निकलते हैं। यूं तो आप लोगों ने कई बार अलग-अलग रंगों की ट्रेनों को देखा होगा। जैसे नीली, हरी, लाल इत्यादि। ऐसे में आज हम आपको इन्हीं प्रीमियम ट्रेनों में शामिल हरे रंग की ''गरीब रथ'' के बारे में अहम जानकारी देंगे।

कब लॉन्च हुई थी गरीब रथ

रेलवे ने साल 2005 में गरीब रथ एक्सप्रेस को लॉन्च किया था। जिसके बाद 5 अक्टूबर, 2006 को सहरसा जंक्शन से लेकर अमृतसर जंक्शन के बीच में गरीब रथ का संचालन किया गया था। मध्यमवर्गीय लोगों को केंद्र में रखकर इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी।

प्रीमियम ट्रेनों में सफर करने की चाहत हर किसी की होती है, लेकिन ज्यादातर लोगों की चाहत अधूरी रह जाती है। ऐसे में कम दाम में अत्याधुनिक सुविधा से लैस 'गरीब रथ' की शुरुआत हुई है। इस ट्रेन की सीटों के बीच के अंतर को कम किया गया था। जिसकी बदौलत गरीब रथ के एसी कोच में सीटों की संख्या 78 थी। 

130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती है गरीब रथ

प्रीमियम ट्रेनों में शामिल गरीब रथ में 'राजधानी', 'शताब्दी' और 'वंदे भारत' की तरह खाना-पीना नहीं मिलता है। हालांकि, दूसरी सुपरफास्ट ट्रेनों की तुलना में यह तेजी के साथ पटरी पर दौड़ने वाली ट्रेन है। इस ट्रेन की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की है। 

...तो इस वजह से किया गया था हरा रंग

गरीब रथ एक्सप्रेस के कोच हरे रंग के होते हैं और यही रंग इस ट्रेन की पहचान है। दरअसल, गरीब रथ की लॉन्चिंग से पहले इसके रंग को लेकर काफी विचार विमर्श हुआ था और अंत में हरे रंग को लेकर सहमति बनी थी। इस ट्रेन में दिखने वाले हरे रंग को टोन कलर भी बोला जाता है।

हरे रंग को आरामदायक, शांति और सुखद अनुभव के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त रेलवे में हरे रंग को गति और सुरक्षा के तौर पर देखा जाता है। इसी वजह से इस रंग का चयन किया गया था।