World Day Against Child Labour: क्यों मनाया जाता है विश्व बाल श्रम निषेध दिवस, क्या है इसका महत्व?
पूरी दुनिया में प्रत्येक वर्ष 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस (World Day Against Child Labour) के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की पहल अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने की थी जिसका मकसद बाल श्रम को रोकना था। फाइल फोटो।
By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 12 Jun 2023 11:39 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। पूरी दुनिया में प्रत्येक वर्ष 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस (World Day Against Child Labour) के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की पहल अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने की थी, जिसका मकसद बाल श्रम को रोकना था। मालूम हो कि इसको मनाने के पीछे एक खास वजह यह थी कि बच्चों को मजदूरी न कराकर उनको स्कूलों की ओर शिक्षा के लिए प्रेरित किया जा सके।
क्यों मनाया जाता है विश्व बाल श्रम निषेध दिवस?
मालूम हो कि बाल श्रम लगातार एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है, जिसके कारण बच्चों का बचपन गर्त में जा रहा है और उनको अपना अधिकार नहीं मिल पा रहा है। यह दिवस बाल श्रम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और इसको पूरी तरह से समाप्त करने के लिए व्यक्ति, गैर सरकारी संगठन एवं सरकारी संगठनों को प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है।
इस बार की क्या है थीम?
इस साल विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का थीम "सभी के लिए सामाजिक न्याय, बाल श्रम का खात्मा (Social Justice for All. End Child Labour!) है। मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र ने बाल श्रम पर कहा है कि पिछले तीन दशकों के इस समस्या से निपटने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। यूएन के मुताबिक, अगर मूल कारणों को दूर कर दिया जाए तो बाल श्रम को खत्म किया जा सकता है।हर दस बच्चे में से एक बच्चे करते हैं बाल श्रम
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, पिछले दो दशकों से पूरी दुनिया में बाल श्रम को कम करने के लिए लगातार पहल की जा रही है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों के दौरान संघर्षों, संकटों और कोरोना महामारी ने विश्व में कई परिवारों को गरीबी में धकेल दिया है, जिसके कारण लाखों बच्चों को बाल श्रम के लिए मजबूर होना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आज के समय विश्व के कई देशों में करीब 160 मिलियन बच्चे बाल श्रम में लगे हुए हैं, जो दुनिया में मौजूद हर दस बच्चें में से एक है।
हर साल होती है अलग थीम
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने बाल श्रम को खत्म करने के लिए और जरूरी कार्रवाई करने के लिए साल 2002 में बाल श्रम के खिलाफ 'विश्व बाल श्रम निषेध दिवस' की शुरुआत की थी। हालांकि, हर साल इस मौके पर अलग-अलग प्रकार से थीम रखी जाती है। थीम के माध्यम से व्यक्ति, सरकारी और गैर सरकारी संगठनों को इस समस्या को खत्म करने के लिए प्रेरित किया जाता है।विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का क्या है महत्व?
मालूम हो कि बाल श्रम का प्रमुख कारण गरीबी है, जिसके कारण बच्चों को पढ़ाई छोड़कर मजबूरी में मजदूरी चुनना पड़ता है। हालांकि, कई बच्चों को अपराध रैकेट द्वारा बाल श्रम के लिए मजबूर किया जाता है। इस दिवस को मनाने का विशेष महत्व बच्चों के अधिकारों पर लोगों का ध्यान केंद्रित करना है ताकि बाल श्रम को रोका जा सके।