तीन नए आपराधिक कानूनों का विपक्ष क्यों नहीं कर रहा समर्थन? कांग्रेस नेता चिदंबरम ने खुलकर बताई इसके पीछे की वजह
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद पी चिदंबरम ने रविवार को तीन नए आपराधिक कानून लागू किए जाने पर सवाल उठाए। 1 जुलाई से लागू हो चुके इन कानूनों को लेकर विपक्ष सरकार का समर्थन नहीं कर रही है। चिदंबरम ने सवाल किया कि हर अधिनियम को फिर से क्यों लिखा गया और हर धारा को फिर से क्यों क्रमांकित किया गया है?
#WATCH | On why the opposition is not supporting the government on the three new criminal laws, Congress leader P Chidambaram says, "... I have posed somewhere around 40 questions, and none of them are being answered. 90-95% of the IPC and the CrPC have been cut and pasted, and… pic.twitter.com/xhgAxF9EkR
— ANI (@ANI) July 14, 2024
95-99% हिस्सा काट-छांट कर चिपकाया गया
ANI से बातचीत के दौरान चिदंबरम ने कहा 'मैंने लगभग 40 प्रश्न पूछे हैं और उनमें से किसी का भी उत्तर नहीं दिया जा रहा है। आईपीसी और सीआरपीसी का 90-95% हिस्सा काट-छांट कर चिपकाया गया है और भारतीय साक्ष्य अधिनियम का 95-99% हिस्सा काट-छांट कर चिपकाया गया है।
यदि कानून का अधिकांश हिस्सा काट-छांट कर चिपकाया गया है तो जो कुछ जोड़-घटाव किए गए हैं, उन्हें संशोधन के माध्यम से किया जा सकता है। हर अधिनियम को फिर से क्यों लिखा गया और हर धारा को फिर से क्यों क्रमांकित किया गया है? इससे पूरी तरह से भ्रम पैदा हो गया है।'
प्रदर्शन और हड़ताल पर जाएंगे वकील
चिदंबरम ने बताया कि पूरे भारत में वकील सोमवार को दिल्ली की निचली अदालतों में विरोध प्रदर्शन और हड़ताल पर जा रहे हैं। 20 जुलाई को डीएमके वकीलों की विरोध बैठक निर्धारित की गई है। कांग्रेस का कानूनी और मानवाधिकार विभाग इन मुद्दों पर इस महीने के अंत तक एक सम्मेलन आयोजित करने की कोशिश कर रहा है।#WATCH | On why the opposition is not supporting the government on the three new criminal laws, Congress leader P Chidambaram says, "... I have posed somewhere around 40 questions, and none of them are being answered. 90-95% of the IPC and the CrPC have been cut and pasted, and… pic.twitter.com/xhgAxF9EkR
— ANI (@ANI) July 14, 2024