Move to Jagran APP

Kanwar Yatra: ठेलों और दुकानदारों का नाम क्यों? कांवड़ यात्रा को लेकर UP पुलिस के निर्देश पर भड़के ओवैसी

Kanwar Yatra in Uttar Pradesh कांवड़ यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। यात्रा शुरू होने से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने कांवड़ रूट पर पड़ने वाले सभी दुकानदारों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों पर मालिक और यहां काम करने वाले लोगों का नाम लिखना अनिवार्य है।

By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Thu, 18 Jul 2024 05:08 PM (IST)
Hero Image
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दिया कांवड़ यात्रा पर बयान (फाइल फोटो)
एएनआई, नई दिल्ली। अगस्‍त से सावन महीने की शुरूआत हो रही है। उत्तर प्रदेश सरकार कांवड़ यात्रा के तैयारी में लगी हुई है। वहीं इस मुजफ्फनगर प्रशासन का एक निर्देश पर बवाल मचा हुआ है। इस निर्देश में कहा गया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान मार्ग पर पड़ने वाले सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों पर मालिक और यहां काम करने वाले लोगों का नाम लिखना अनिवार्य है।

इस निर्देश के खिलाफ एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "हम इसकी निंदा करते हैं क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 17 का उल्लंघन है, जो अस्पृश्यता की बात करता है। इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार अस्पृश्यता को बढ़ावा दे रही है...दूसरी बात, जब से उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है, मुजफ्फरनगर की सभी दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दिया गया है...क्या आप केवल एक समुदाय के लिए काम करेंगे? संविधान कहां है? मैं योगी आदित्यनाथ को चुनौती देता हूं कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे लिखित आदेश जारी करें...।"

यह भी पढ़ें- 'जो भाजपा में आएगा वो साफ हो जाएगा', कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने मोदी सरकार पर साधा निशाना; ED और CBI को लेकर कही ये बात