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बिपिन रावत के साथ बलिदान देने वाले कुलदीप की पत्नी यश्विनी ढाका सेना में लेफ्टिनेंट बनीं, कहा- ये तो सिर्फ शुरुआत

हेलीकॉप्टर क्रैश में बलिदान देने वाले कुलदीप सिंह की पत्नी यश्विनी ढाका अब सेना का हिस्सा बन गई हैं। वे सेना में लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्त हुई हैं। बहू की इस उपलब्धि पर पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। उधर यश्विनी का कहना है कि यह तो सिर्फ शुरुआत है। साल 2021 में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह उड़ा रहे थे।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Wed, 11 Sep 2024 10:05 AM (IST)
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वीरांगना यश्विनी ढाका बनीं लेफ्टिनेंट। (फोटो- सोशल मीडिया)

जागरण, नई दिल्ली। साल 2021 में तमिलनाडु के कुन्नूर में देश के तत्कालीन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। इस हादसे में बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुल‍िका रावत समेत 12 अफसरों ने बलिदान दिया था। बलिदानियों में एक नाम स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव का भी था। अब इन्हीं कुलदीप सिंह राव की पत्नी वीरांगना यश्विनी ढाका ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर पति से किया अपना वादा निभाया है।

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बलिदानी कुलदीप सिंह राजस्थान के झुंझुनू जिले के घरड़ाना खुर्द के रहने वाले थे। अपने पति की आखिरी यात्रा में यश्विनी ढाका ने सेना में शामिल होने का वादा किया था। वायु सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर यश्विनी ढाका ने कहा कि यह अंत नहीं है…यह तो बस शुरुआत है। कठिन मेहनत के बाद यश्विनी ने एसएसबी की पांच दिवसीय परीक्षा और मेडिकल टेस्ट पास किया था। इसके बाद 2023 से चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में 11 महीने का प्रशिक्षण लिया। ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद उन्हें वायु सेना में कमीशन मिला।

297 कैडेट ने पूरी की ट्रेनिंग

सात सितंबर को चेन्नई में कुल 297 भारतीय कैडेटों का 11 महीने का प्रशिक्षण पूरा हुआ। इनमें 258 पुरुष और 39 महिलाएं शामिल हैं। इसके बाद सभी लोगों को सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन मिला। इन कैडेटों के साथ मालदीव सशस्त्र बलों के छह अधिकारी समेत 15 विदेशी सैन्य कर्मियों को भी प्रशिक्षण मिला है।

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