राहुल गांधी पर बरसे पूनावाला, पूछा- हाथरस तो पहुंच गए, बसपा नेता के परिवार से मिलने तमिलनाडु कब जाएंगे?
तमिलनाडु बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग की हत्या मामले में भाजपा ने कांग्रेस और सत्तारूढ़ डीएमके को निशाने पर लिया है। पार्टी ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। भाजपा का आरोप है कि तमिलनाडु में अनुसूचित जाति के लोग सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
एएनआई, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता शहजाद पूनावाला ने रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या वह बहुजन समाज पार्टी (BSP) के दिवंगत प्रदेशाध्यक्ष आर्मस्ट्रांग के परिवार से मिलने तमिलनाडु जाना चाहेंगे। बता दें कि आर्मस्ट्रांग की शुक्रवार शाम को चेन्नई में उनके आवास के पास अज्ञात हमलावरों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। पूनावाला ने राहुल गांधी को विपक्ष नहीं बल्कि अवसरवाद का नेता बताया है।
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राहुल ने नहीं की डीएमके सरकार की निंदा
पूनावाला ने कहा, "राहुल जी! आपने वंचितों, न्याय, उत्तर-दक्षिण के बारे में बहुत कुछ बोला। आपने बस एक पोस्ट (बसपा नेता की हत्या पर) डाली और आपने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार की निंदा भी नहीं की। आप हाथरस पहुंच गए। क्या आप आर्मस्ट्रांग के परिवार से मिलने तमिलनाडु जाना चाहेंगे?"क्या डीएमके सरकार पर दबाव डालेंगे?
पूनावाला ने आगे सवाल किया कि "क्या आप डीएमके सरकार से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करेंगे? क्या आप सरकार पर जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए दबाव डालेंगे? क्या आप कल्लकुरिची घटना के पीड़ितों के परिवारों से मिलेंगे?
तमिलनाडु में कानून व्यवस्था ध्वस्त
बता दें कि राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस का दौरा किया। यहां उन्होंने दो जुलाई को हुई भगदड़ की घटना के पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की। हाथरस भगदड़ में कुल 121 लोगों की जान गई है। शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु में कानून-व्यवस्था खत्म हो चुकी है। उन्होंने इसके लिए कांग्रेस और डीएमके गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया।सीबीआई जांच क्यों नहीं करवाती सरकार
पूनावाला ने कहा कि तमिलनाडु में वंचितों की जान खतरे में है। शाम सात बजे एक व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है और कोई जवाबदेह नहीं है। इससे पहले कल्लाकुरिची में 65 वंचितों की हत्या की गई थी। मायावती ने सीबीआई जांच की भी मांग की है। सरकार सीबीआई जांच क्यों नहीं करवाई है। इससे पता चलता है कि डीएमके सरकार न तो अनुसूचित जाति की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है और न ही उन्हें न्याय दिला सकती है।
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