INDIA Vs Bharat: क्या अब RBI का भी बदल जाएगा नाम! CM बिस्वा ने इंदिरा गांधी और मनमोहन से जोड़कर दिया ये तर्क
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को भारत के लिए अपना आह्वान दोहराया। उन्होंने तर्क दिया कि भारतीय रिजर्व बैंक जैसे संस्थानों को एक नया नाम दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले इंदिरा गांधी और मनमोहन ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि चाहे वह इंडिया हो या भारत मुझे नहीं लगता कि यह विवाद का विषय है।
By Jagran NewsEdited By: Paras PandeyUpdated: Thu, 07 Sep 2023 06:30 AM (IST)
गुवाहाटी,एजेंसी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को भारत के लिए अपना आह्वान दोहराया। उन्होंने तर्क दिया कि भारतीय रिजर्व बैंक जैसे संस्थानों को एक नया नाम दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले इंदिरा गांधी और मनमोहन ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि चाहे वह इंडिया हो या भारत, मुझे नहीं लगता कि यह विवाद का विषय है। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही घोषणा कर दी है कि इंडिया और भारत नाम एक दूसरे के स्थान पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं। जब अमित शाह ने संसद में भारतीय न्याय संहिता कानून पेश किया था तो किसी ने आपत्ति नहीं जताई थी।
सरमा ने कहा कि मनमोहन ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि एचडी देवेगौड़ा ने इंडिया के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। अब तक मुझे याद है, इंदिरा गांधी ने भी भारत की प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, इंडिया की प्रधानमंत्री के रूप में नहीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह भारत का समय है। ब्रिटिश काल के रीति-रिवाज औपनिवेशिक हैंगओवर हैं और देश पुनर्जागरण के चरण में प्रवेश करने वाला है, जिस दौरान इस शब्द को छोड़ दिया जाएगा। सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्रीय बैंक का नाम रिजर्व बैंक आफ भारत होना चाहिए। यह पुनर्जागरण युग है। केंद्र के साथ-साथ असम में भी कई बदलाव