यहां शहीदों के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं वीरांगनाएं
राजस्थान के बाड़मेर जिले की लक्ष्मी देवी 32 वर्ष से पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत रखती आ रही हैं। उनके पति भंगु सिंह पाकिस्तान की जेल में बंद हैं।
जयपुर (जागरण संवाददाता)। करवा चौथ के व्रत के दिन सुहागिनें पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र की सैकड़ों वीरांगनाएं ऐसी भी हैं जिनके पति देश के लिए शहीद हो गए, लेकिन वे उनको जिंदा मानते हुए खुद को सुहागिन मान करवा चौथ का व्रत रखती हैं।
सीकर, झुंझुनूं और चूरू जिलों की सैकड़ों वीरांगनाएं अन्य सुहागिनों की भांति श्रृंगार करती हैं और चांद देखने के बाद ही व्रत खोलती हैं। चाहे सीकर के सिंगडौला के शहीद बनवारी लाल की वीरांगना संतोष देवी हो या फिर बागरियावास गांव के शहीद सुल्तान सिंह की पत्नी सजना देवी हो, झुंझुनूं के मंडावा की वीरांगनाएं बरखा देवी, राजकुमारी ऐसी वीरांगनाएं अब भी अपने सीने में कसक लिए पति की याद में करवा चौथ का व्रत रखती हैं।
इन वीरांगनाओं का कहना है कि कौन कहता है वे सुहागिन नहीं हैं, बहुत कम महिलाएं होती हैं जिनको वीरांगना कहलाने का हक मिलता है। वे सौभाग्यशाली हैं कि उनके पति देश के लिए कुर्बान होकर अमर हो गए। वे चांद में अपने पति का अक्ष ढूंढ़ती हैं और व्रत खोलकर अमर पति को याद करती हैं।
पाकिस्तान में बंद पति के लिए व्रत रख रही लक्ष्मी देवी
राजस्थान के बाड़मेर जिले की लक्ष्मी देवी 32 वर्ष से पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत रखती आ रही हैं। उनके पति भंगु सिंह पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। लक्ष्मी देवी को उम्मीद है कि उसका पति एक दिन अवश्यलौटेगा। वर्ष 1985 में भंगु सिंह गलती से पाकिस्तान सीमा में चले गए थे। तब सीमा पर तारबंदी नहीं थी। पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश करते ही गिरफ्तार कर लिया गया था। तब भंगु सिंह की उम्र 20 वर्ष और उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी की उम्र 18 वर्ष थी।
लक्ष्मी देवी ने मेहनत मजदूरी कर तीन बच्चों को पाला। आज भी वह पति की सलामती की दुआ मांग रही है। लक्ष्मी देवी की उम्मीद को तब बल मिला जब विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने मदद का आश्वासन दिया। वीके सिंह ने ट्वीट कर कहा कि वह इस मामले की पूरी जानकारी पाकिस्तान कें भारत के उच्चायुक्त से लेंगे और भंगु सिंह की रिहाई के प्रयास किए जाएंगे।