तेलंगाना में पति की हत्या कर दूसरे राज्य में शव को लगाया ठिकाने, पुलिस ने पत्नी सहित तीन को किया गिरफ्तार
तेलंगाना में आठ करोड़ रुपये की संपत्ति हड़पने के लिए पति की हत्या कर शव को कर्नाटक में ठिकाने लगाने का मामला सामने आया है। तीन सप्ताह पहले काफी बागान में मिले अज्ञात जले शव की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने यह दावा किया है। पुलिस के अनुसार शव तेलंगाना के 54 वर्षीय व्यवसायी रमेश का है जो कुछ हफ्ते पहले लापता हो गए थे।
एएनआइ, कोडागु। तेलंगाना में आठ करोड़ रुपये की संपत्ति हड़पने के लिए पति की हत्या कर शव को कर्नाटक में ठिकाने लगाने का मामला सामने आया है। तीन सप्ताह पहले काफी बागान में मिले अज्ञात जले शव की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने यह दावा किया है। पुलिस के अनुसार, शव तेलंगाना के 54 वर्षीय व्यवसायी रमेश का है, जो कुछ हफ्ते पहले लापता हो गए थे।
शव में लगा दी आग
जांच में पता चला है कि रमेश की आठ करोड़ रुपये की संपत्ति हड़पने के लिए उसकी पत्नी 29 वर्षीय निहारिका पी ने उसका कत्ल किया था। इस काम में निहारिक के प्रेमी निखिल और एक पशु चिकित्सक अंकुर भी शामिल हैं। आरोपितों ने हैदराबाद के उप्पल में रमेश की गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर शव को कर्नाटक के कोडागु ले जाकर आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि इसके बाद निहारिका हैदराबाद लौट आई और अपने पति के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया
वहीं, आठ अक्टूबर को कोडागु में क्षत-विक्षत शव मिला था, जिसके बाद मामले में सुराग हासिल करने के लिए 16 अधिकारियों की चार विशेष टीमें बनाई गईं। जांच के दौरान पुलिस को उसकी 29 वर्षीय पत्नी निहारिका की भूमिका पर संदेह हुआ और उससे पूछताछ की गई। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।मणिपुर पुलिस ने नौ उग्रवादियों को किया गिरफ्तार
मणिपुर पुलिस ने थौबल और इंफाल पश्चिम जिलों से नौ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। इनपर व्यापारियों से धन उगाही करने और लोगों को धमकाने का आरोप है। पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सोमवार रात थौबल जिले से यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (पामबेई) संगठन के आठ कैडर को गिरफ्तार किया गया।ये उग्रवादी लोगों को धमकाने और अन्य अवैध गतिविधियों में लिप्त थे। इन उग्रवादियों के कब्जे से कई अत्याधुनिक हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए। पुलिस ने इंफाल पश्चिम जिले के कीशामथोंग से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक कैडर को भी गिरफ्तार किया। पीएलए कैडर ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह इंफाल क्षेत्र में जबरन वसूली गतिविधियों में शामिल रहा है।