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स्मार्टफोन के ज्‍यादा इस्तेमाल से गई महिला की आंखों की रोशनी, डॉक्टर ने साझा की स्टडी; बताई सावधानियां

हैदराबाद के एक डॉक्टर ने अपने मरीज का एक केस स्टडी साझा किया है। उन्होंने बताया कि महिला स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम (SVS) से पीड़ित थी। तीस साल की मंजू नाम की महिला अपने बच्चे की देखभाल के लिए ब्यूटीशियन की नौकरी छोड़ दी। फाइल फोटो।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 10 Feb 2023 12:03 AM (IST)
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स्मार्टफोन के ज्‍यादा इस्तेमाल से गई महिला की आंखों की रोशनी।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। हैदराबाद के एक डॉक्टर ने अपने मरीज का एक केस स्टडी साझा किया है। उन्होंने बताया कि महिला स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम (SVS) से पीड़ित थी। तीस साल की मंजू नाम की महिला अपने बच्चे की देखभाल के लिए ब्यूटीशियन की नौकरी छोड़ दी। उन्होंने दावा किया कि महिला कई घंटों से स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रही थी, जिसके कारण आंख से देखने से परेशानी होने लगी थी।

इस प्रकार ठीक हुई महिला

डाक्टर ने बताया कि महिला को करीब डेढ़ साल से दृष्टि बाधित होने के गंभीर लक्षण थे, जिसमें फ्लोटर्स देखना, प्रकाश की तेज चमक, डार्क जिग जैग लाइनें और कभी-कभी वस्तुओं को देखने या ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता शामिल थी। उन्होंने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में केस स्टडी को साझा करते हुए बताया कि 'स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम' (एसवीएस) कैसे होता है और महिला ने अपनी दृष्टि को कैसे ठीक किया।

मूल्यांकन के बाद पाया गया सामान्य

डॉ सुधीर कुमार नाम के एक डाक्टर ने कहा कि ऐसे भी क्षण थे जब वह कुछ भी नहीं देख पाई। उन्होंने कहा कि महिला रात में उठती थी तो उस दौरान उसे कुछ नहीं दिखता था, जिसके बाद नेत्र विशेषज्ञ द्वारा उसका मूल्यांकन किया गया और वह सामान्य पाया गया। महिला को बाद में न्यूरोलॉजिकल कारणों का पता लगाने के लिए रेफर किया गया था। उन्होंने कहा कि इस दौरान महिला की इतिहास की समीक्षा की और पाया कि उसने अपने स्मार्टफोन के माध्यम से रोजाना कई घंटों तक ब्राउज करने की एक नई आदत अपनाई थी।

स्मार्टफोन का उपयोग कम से कम करने का दिया सुझाव

डॉक्टर सुधीर ने आगे कहा कि समीक्षा करने के बाद पता चला कि महिला स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम (एसवीएस) से पीड़ित है। उन्होंने कहा, "कंप्यूटर, स्मार्टफोन या टैबलेट जैसे उपकरणों का लंबे समय तक उपयोग करने से आंखों से संबंधित अक्षमता के कई लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें कंप्यूटर विजन सिंड्रोम (सीवीएस) या डिजिटल विजन सिंड्रोम कहा जाता है। मैंने कोई जांच का आदेश नहीं दिया और न ही मैंने कोई दवाई लिखी। मैंने उसे उसकी दृष्टि हानि के संभावित कारण के बारे में सलाह दी और उसे स्मार्टफोन का उपयोग कम से कम करने का सुझाव दिया।"

लंबे समय तक डिजिटल उपकरणों के प्रयोग से बचने के सुझाव

उन्होंने कहा कि एक माह के बाद महिला का रिव्यू किया गया, जिसमें पाया गया कि वह ठीक हो गई है। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से सलाह दी है कि डिजिटल उपकरणों की स्क्रीन को लंबे समय तक देखने से बचें। उन्होंने कहा कि इससे दृष्टि संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल स्क्रीन (20-20-20 नियम) का उपयोग करते हुए, 20 फीट दूर किसी चीज को देखने के लिए, हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लें।

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