Bengaluru: बेंगलुरु के इन दो मेट्रो स्टेशनों पर मिल रही ई-ऑटो की सुविधा, महिलाएं होंगी ड्राइवर
बेंगलुरु के दो मेट्रो स्टेशनों पर अंतिम मील कनेक्टिविटी में सुधार के लिए महिलाओं ने ई-ऑटो चलाया। एल्सटॉम इंडिया के प्रबंध निदेशक ओलिवियर लोइसन ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि कार्यक्रम के पायलट फेस के हिस्से के रूप में हम येलाचेनहल्ली और इंदिरानगर स्टेशनों पर अंतिम- मील सेवा के रूप में इलेक्ट्रिक ऑटो तैनात करेंगे जो प्रत्येक स्टेशन से 4 किमी के दायरे में यात्रियों को सेवा प्रदान करेंगे।
पीटीआई, बेंगलुरु (कर्नाटक)। बेंगलुरु के नम्मा मेट्रो स्टेशनों तक अंतिम-मील कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए बुधवार को इंदिरानगर और येलाचेनहल्ली मेट्रो स्टेशनों पर महिलाओं द्वारा इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा चलाया गया।
बता दें कि सार्वजनिक परिवहन तक कम उत्सर्जन पहुंच (LEAP), एक बहुराष्ट्रीय कंपनी एल्सटॉम की एक पहल है जो कम कार्बन वाले भविष्य के लिए समाधान पेश करती है। इसे डब्ल्यूआरआई इंडिया के सहयोग से किया जा रहा है, जो एक शोध संगठन है जिसका उद्देश्य सरकारी नीतियों और नागरिक समाज के कार्यों को प्रभावित करना है। अन्य सहयोगी बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) और मेट्रोराइड हैं, जो पहली और आखिरी मील कनेक्टिविटी के लिए ऐप है।
इन 2 मेट्रो स्टेशन पर तैनात इलेक्ट्रिक ऑटो
एल्सटॉम इंडिया के प्रबंध निदेशक ओलिवियर लोइसन ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि 'कार्यक्रम के पायलट फेस के हिस्से के रूप में, हम येलाचेनहल्ली और इंदिरानगर स्टेशनों पर अंतिम-मील सेवा के रूप में इलेक्ट्रिक ऑटो तैनात करेंगे, जो प्रत्येक स्टेशन से 4 किमी के दायरे में यात्रियों को सेवा प्रदान करेंगे।'पायलट पहल की शुरुआत पूर्व सांसद राजीव गौड़ा, स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर द ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ कर्नाटक के उपाध्यक्ष और ब्रांड बेंगलुरु समिति के सदस्य द्वारा की गई थी। इस दौरान बीएमआरसीएल की कार्यकारी निदेशक कल्पना कटारिया भी उपस्थित थीं।
भारी यातायात आवाजाही के कारण लिया गया फैसला
लोइसन ने कहा कि इंदिरानगर को एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया था क्योंकि यह शहर के केंद्र के करीब एक वाणिज्यिक केंद्र है और इसलिए, भारी यातायात आवाजाही देखी जाती है। उन्होंने कहा, 'हालांकि येलाचेनहल्ली मुख्य रूप से एक आवासीय क्षेत्र है, लेकिन यह भी तेजी से एक प्रमुख आईटी केंद्र में तब्दील हो रहा है।'मेट्रो यात्रियों को होगा फायदा
इन दो स्टेशनों में टिकाऊ परिवहन विकल्प अंतिम मील कनेक्टिविटी के मुद्दों को कम करके मेट्रो यात्रियों को काफी लाभ पहुंचा सकते हैं। लोइसन ने कहा, महिला ड्राइवरों को विशेष रूप से कार्यक्रम के तहत लाने का कारण लैंगिक समावेशिता सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि ई-ऑटो के महिला चालकों से महिलाएं अधिक सुरक्षित महसूस करेंगी।