Women Reservation Bill: 'ये ऐतिहासिक क्षण है', जब आरक्षण विधेयक के पारित होने पर एकजुट दिखीं महिला सांसद
Women Reservation Bill महिला आरक्षण विधेयक गुरुवार को राज्यसभा में भी पास हो गया। इस विधेयक के पास होने के बाद सभी पार्टियों की महिला सांसदों ने अपनी खुशी जाहिर की। इस दौरान भाजपा सांसद दीया कुमारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा महिलाएं आज जश्न मना रही हैं। हम इस विधेयक के पारिस होने से बहुत खुश हैं।
By Versha SinghEdited By: Versha SinghUpdated: Fri, 22 Sep 2023 09:27 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। महिलाओं के लिए लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक राज्यसभा और लोकसभा दोनों ही सदनों में पास हो चुका है। जिसके बाद कई लोग इसके पक्ष में दिखाई दे रहे हैं और वहीं दूसरी ओर कई लोग इसके खिलाफ हैं।
दोनों सदनों में महिला आरक्षण बिल के पास होने के बाद कई पार्टियों की महिला सांसदों ने पार्टी लाइनों से परे इस विधेयक की सराहना की और इस कदम को एक ऐतिहासिक कदम बताया।
दीया कुमारी ने PM मोदी को दिया धन्यवाद
महिला आरक्षण विधेयक के गुरुवार को राज्यसभा में पास होने के बाद भाजपा सांसद दीया कुमारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा, महिलाएं आज जश्न मना रही हैं। हम इस विधेयक के पारिस होने से बहुत खुश हैं। दीया कुमारी ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने आखिरकार इस सपने को साकार कर दिया। यह कानून समय की मांग थी और उन्होंने (पीएम मोदी) इसे महसूस किया। उन्होंने विधेयक को दो दिनों में पेश करने और पारित कराने के प्रयासों का नेतृत्व किया।कांग्रेस सांसद जोशीमनी ने भी विधेयक के पारित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा, हमें खुशी है कि कानून का यह महत्वपूर्ण हिस्सा अंततः दिन के उजाले को देखने के करीब है।हालाँकि, उन्होंने विधेयक के कार्यान्वयन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, यह दुखद है कि यह कानून जल्द ही कभी भी लागू नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस सांसद ने इस कदम को बताया ऐतिहासिक
एक अन्य कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने विधेयक के पारित होने को ऐतिहासिक बताया।
उन्होंने कहा, विधेयक अब दोनों सदनों द्वारा पारित कर दिया गया है। यह हमारे देश में महिलाओं के लिए सुखद क्षण है।हालांकि, उन्होंने कहा, हमने ओबीसी महिलाओं के लिए उप-कोटा के साथ विधेयक को तुरंत लागू करने की मांग की। लेकिन हमारी मांग पर विचार नहीं किया गया।उच्च सदन ने गुरुवार को लोकसभा के साथ-साथ राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाले विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया, जिसमें 214 सदस्यों ने समर्थन में मतदान किया और किसी ने भी विरोध में मतदान नहीं किया।