बिहार में 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा दुनिया का सबसे बड़ा रामायण मंदिर, अंकोरवाट से भी अधिक होगी ऊंचाई
दुनिया के सबसे बड़े मंदिर रामायण मंदिर का निर्माण बिहार के पूर्वी चंपारण में शुरू हो गया है। पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल और राजस्थान हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एसएन झा ने मंदिर का भूमि पूजन किया। बता दें कि तीन मंजिला रामायण मंदिर का निर्माण 500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 2025 में पूरा होगा।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sun, 25 Jun 2023 12:13 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। दुनिया के सबसे बड़े मंदिर 'रामायण मंदिर' का निर्माण बिहार के पूर्वी चंपारण में शुरू हो गया है। पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल और राजस्थान हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एसएन झा ने मंदिर का भूमि पूजन किया।
2025 तक बन जाएगा रामायण मंदिर
बता दें कि तीन मंजिला 'रामायण मंदिर' का निर्माण 500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 2025 में पूरा होगा। यह मंदिर कंबोडिया के 12वीं सदी के अंगकोरवाट मंदिर परिसर से भी ऊंचा होगा।
आचार्य किशोर कुणाल ने कहा
हमने दुनिया के सबसे बड़े मंदिर रामायण मंदिर के निर्माण का डिजाइन तैयार किया है और यह काम महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है और मैं महावीर मंदिर ट्रस्ट का सचिव हूं और इस मंदिर के निर्माण की योजना से लेकर शुरुआत तक के काम का नेतृत्व कर रहा हूं।
सभी भगवान के होंगे दर्शन
किशोर कुणाल ने कहा कि रामायण मंदिर परिसर में 22 मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें लगभग सभी भगवान विराजमान होंगे। रामायण में वर्णित सभी भगवान के साथ-साथ कृष्ण भगवान, शिव भगवान, माता पार्वती के भी मंदिर होंगे। उन्होंने बताया कि इसमें दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग भी स्थापित किया जा रहा है।किशोर कुणाल ने कहा
जब राम जी की बारात लौट रही थी, तो दूसरी रात यहीं रुकी थी और यह मंदिर अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे जानकी मार्ग पर स्थित है। मंदिर का निर्माण वर्ष 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा।
कैसा होगा रामायण मंदिर?
बता दें कि मंदिर की लंबाई 2,800 फीट, चौड़ाई 1,400 फीट और ऊंचाई 405 फीट होगी। साथ ही मंदिर परिसर में मैरिज हॉल और गेस्ट हाउस भी होंगे। मंदिर में एक समय में 20,000 लोगों के बैठने की क्षमता होगी।