World Population: इस वर्ष 8 अरब तक पहुंच जाएगी विश्व की आबादी, UN रिपोर्ट में जानें- भारत-चीन के लिए क्या है कहा
World Population यूएन की एक ताजा रिपोर्ट में इस बात की संभावना जताई गई है कि इस वर्ष नवंबर तक दुनिया की आबादी 8 अरब का आंकड़ा छू लेगी। इसमें ये भी कहा गया है कि अगले वर्ष भारत दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 12 Jul 2022 07:23 AM (IST)
नई दिल्ली (संयुक्त राष्ट्र)। विश्व की जनसंख्या इस वर्ष 8 अरब (8 बिलियन) तक पहुंच जाएगी। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि वर्ष 2023 तक भारत जनसंख्या के मामले में चीन को पछाड़ कर आगे निकल जाएगा। इसका जिक्र संयुक्त राष्ट्र ने अपनी नई रिपोर्ट ‘विश्व जनसंख्या सम्भावना 2022’ में किया है। संयुक्त राष्ट्र ने संभावना जताई है कि इस वर्ष 15 नवंबर को विश्व जनसंख्या आठ अरब, या 800 करोड़ के आंकड़े को छू लेगी। वहीं इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि वर्ष 2030 तक विश्व की आबादी बढ़कर साढ़े आठ अरब तक पहुंच सकती है। वहीं वर्ष 2050 में इसके 9.70 अरब होने की संभावना व्यक्त की गई है।
जनसंख्या वृद्धि का स्तर होगा सबसे अधिक विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया की आबादी का सबसे अधिक स्तर वर्ष 2080 के दशक में आ सकता है। उस वक्त दुनिया की आबादी करीब 10.40 अरब तक होगी। इसका ये स्तर वर्ष 2100 तक बरकरार रह सकता है। बता दें कि यूएन ने अपनी ये रिपोर्ट World Population Prospect विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) मौके पर जारी की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1950 के दशक के बाद यह पहली बार है, जब जनसंख्या अपनी सबसे कम रफ्तार से बढ़ रही है। वर्ष 2020 में यह दर घटकर एक फीसदी से भी कम रह गई।
प्रजनन दर में आई कमी रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के कई देशों में प्रजनन दर हाल के देशों में काफी कम रही है। विश्व की दो-तिहाई आबादी उन देशों या क्षेत्रों में रहती है जहां जीवनकाल प्रजनन क्षमता प्रति महिला 2.1 जन्म से भी कम है। निम्न मृत्यु दर वाले देशों में यह स्तर लान्ग टर्म में जीरो के आसपास ही है। वहीं 61 देशों या क्षेत्रों में, अगले तीन दशकों के दौरान आबादी के कम से कम एक फीसद कम होने की भी उम्मीद इस रिपोर्ट में जताई गई है। रिपोर्ट की मानें तो कोरोना महामारी का असर भी जनसंख्या की आबादी पर दिखाई दिया है। कुछ देशों में इसकी वजह से छोटे समय के लिए ही सही लेकिन प्रेगनेंसी और बर्थ रेट में गिरावअ दर्ज की गई है। जन्म के समय वैश्विक स्तर पर जीवन प्रत्याशा वर्ष 2021 में घटकर 71 वर्ष हो गई है, जबकि 2019 में यह 72.9 थी।