Year Ender 2023: मिनटों में खाक हुईं हजारों जिंदगियां, इस साल दुनिया ने देखें कई प्रकृति और मानवीय उत्पात के भयानक मंजर
Year Ender 2023 इस साल के खत्म होने में महज कुछ ही दिन बचे हुए हैं। साल के अंत में साल भर की कुछ यादों और बुरे सपने की तरह बीते पलों को संजोकर आपके सामने पेश कर रहे हैं। कुछ लोग खुशियों के साथ इस साल को अलविदा कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों के दिल और दिमाग में कई खौफनाक मंजर की तस्वीर छप गई है।
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। Year Ender 2023: साल 2023 कई यादों के साथ खत्म होने वाला है। इस साल गर्व से कई देशों का सीना चौड़ा हुआ है, तो वहीं कई देशों ने विनाश देखे हैं। कई लोगों ने अपने बड़े सपनों को पूरा किया, तो कई लोगों के लिए यह साल एक बुरे सपने जैसा बीता है।
2023 में एक और जंग ने दुनिया के दर पर दस्तक दे दी। कई तरह की पर्यावरणीय चुनौतियां, वैश्विक अस्थिरता के तनाव भरे माहौल, प्राकृतिक आपदाओं से हुई मानव तबाही, दुनियाभर में छाई आर्थिक स्थिरता, सत्ता परिवर्तन, जैसे कारकों ने पूरी दुनिया के सह अस्तित्व के सामने बड़ा संकट पैदा किया है। कुछ ही, दिनों में नया साल एक नई चुनौती के साथ आने वाला है।
इजरायल-हमास युद्ध
साल 2023 में सबसे बड़ी घटना इजरायल-हमास युद्ध है। दरअसल, साल का अंत होते-होते इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच छिड़ी जंग ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। 7 अक्टूबर को एक जश्न के दौरान आतंकियों ने इजरायली सीमा में घुसकर घिनौना कृत्य किया, जिसके बाद खूनी जंग की शुरुआत हो गई थी। इस जंग में अब तक 18600 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।तुर्किये भूकंप ने मचाया विनाश
तुर्किये में आए विनाशकारी भूकंप ने पूरी दुनिया को परेशान कर दिया था। 6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में भूकंप के दो जोरदार झटके महसूस किए गए थे। पहले भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 मारी गई थी और दूसरे भूकंप की तीव्रता 7.6 रही थी। इस विनाशकारी भूकंप में लगभग 50 हजार लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।इस प्राकृतिक आपदा में तुर्किये के 10 शहर पूरी तरह से तबाह हो गए और 11 हजार से अधिक इमारतें जमींदोज हो गई। उस समय कई देश एक-साथ आए थे और तुर्किये को हर संभव मदद दे रहे थे। भारत ने भी उस दौरान भारी मात्रा ने तुर्किये को राहत सामग्री पहुंचाई थी। तुर्किये राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने बताया कि तुर्किये को भूकंप से लगभग 103.6 बिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ था।