आंध्र प्रदेश में YSRCP के कार्यालय पर चला बुलडोजर, जगन मोहन रेड्डी बोले-'हाईकोर्ट के आदेश का किया अपमान'
आंध्र प्रदेश के गुंटूर में निर्माणाधीन YSRCP कांग्रेस के दफ्तर को तोड़ दिया गया है। सुबह-सुबह 530 बजे ताडेपल्ली के नए वाईसीपी पार्टी कार्यालय के पास निर्माणाधीन इमारत में तोड़फोड़ का काम शुरू हुआ। इसके बाद YSRCP ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा है अब इस मामले में कानूनी जांच की जाएगी।
एएनआई, गुंटूर। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी का निर्माणाधीन कार्यालय आज ध्वस्त कर दिया गया है। यह कार्यालय राज्य के गुंटूर जिले के ताडेपल्ली क्षेत्र में स्थित था। अधिकारियों के मुताबिक, कार्यालय का निर्माण उस जमीन पर किया जा रहा था जिसे कथित तौर पर अवैध रूप से हासिल किया गया था।
वाईएसआरसीपी ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा है कि हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद निर्माणाधीन कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया और इस कार्रवाई को अदालत की अवमानना कहा है।
'हाई कोर्ट के आदेश को किया अपमान'
वाईएसआरसीपी ने इस मामले में आगे कहा कि हाई कोर्ट ने किसी भी प्रकार की इमारत ढहाने जैसे कार्यों को रोकने का आदेश दिया था और आदेश को वाईएसआरसीपी (YSRCP) के वकील की तरफ से सीआरडीए आयुक्त को बता दिया गया था। फिर भी टीडीपी सरकार ने इस पर बुलढोजर चलवा दिया।
सुबह-सुबह चलवाया बुलडोजर
जानकारी के लिए बता दें कि विकास प्राधिकरण ने ताडेपल्ली में निर्माणाधीन वाईएसआरसीपी कार्यालय भवन को ध्वस्त किया। सुबह-सुबह 5:30 बजे ताडेपल्ली के नए वाईसीपी पार्टी कार्यालय के पास निर्माणाधीन इमारत में तोड़फोड़ का काम शुरू हुआ।
#WATCH | CORRECTION | Amaravati, Andhra Pradesh: YSRCP's under-construction* central office in Tadepalli was demolished today early morning. As per YSRCP, "TDP is doing vendetta politics.
The demolition proceeded even though the YSRCP had approached the High Court the previous… pic.twitter.com/mwQN1bEXOr
कानूनी जांच के लिए बोली वाईएसआरसीपी
इस मामले में वाईएसआरसीपी का आगे कहना है, कार्यलय के ढांचे को ढहाने से पहले एक स्लैब के लिए तैयार किया गया था। सीआरडीए की तरफ से हाईकोर्ट के निर्देश की अवहेलना पर अब आगे कानूनी जांच हो सकती है। बता दें कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी पिछले महीने तक राज्य में सत्ता में थी।
हालांकि, लोकसभा चुनावों के साथ-साथ हुए विधानसभा चुनावों में भारी हार के बाद पार्टी ने सत्ता खो दी। अब तेलुगु देशम पार्टी सत्ता में आई और उसके नेता चंद्रबाबू नायडू ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
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