Yuva Sammelan: युवा सम्मेलन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा - देश का भविष्य उद्यम और युवाओं के दृढ़ संकल्प पर निर्भर
Yuva Sammelan राष्ट्रपति कोविंद ने युवा सम्मेलन में देश के युवाओं को देश का भविष्य बताया। राष्ट्रपति ने कहा कि यह हम सभी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारतीय युवाओं ने अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत से कई स्टार्टअप की नींव रखी है।
By Babli KumariEdited By: Updated: Sat, 09 Jul 2022 03:13 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 9 जुलाई 2022 को दिल्ली के विज्ञान भवन में 'माई होम इंडिया' द्वारा आयोजित युवा सम्मेलन में भाग लिया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि देश का भविष्य युवाओं के उद्यम और दृढ़ संकल्प पर निर्भर करता है कि उनकी प्रतिभा और क्षमता देश को गौरवान्वित करने में विशेष भूमिका निभाती है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि युवा किसी भी देश का वर्तमान और भविष्य दोनों होते हैं। उन्होंने कहा, 'उनकी प्रतिभा और क्षमता देश को गौरवान्वित करने में विशेष भूमिका निभाती है। इसलिए यह कहना उचित होगा कि आज का युवा कल का इतिहास निर्माता है।'
'हम जानते हैं कि भारत में दुनिया में किशोरों और युवाओं की सबसे बड़ी आबादी है। इसे 'जनसांख्यिकीय लाभांश' (demographic dividend) कहा जाता है जो हमारे देश के लिए एक अवसर है। हमें इस अवसर का लाभ उठाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए। यह हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हमारे युवा देश के विकास और प्रगति में अधिकतम योगदान दें। हमारे देश का भविष्य युवाओं के उद्यम और दृढ़ संकल्प पर निर्भर करता है।'
'आज का युवा नौकरी तलाशने वाले के बजाय नौकरी देने वाला बनने की राह पर है। यह बहुत जरूरी है कि युवा किसी तरह का कौशल हासिल करें और उस कौशल के आधार पर अपना करियर चुनें। आज का युग विशेषज्ञता का है। केवल तकनीक और विशेषज्ञता हमारे युवाओं को शीर्ष पर ले जा सकती है।'राष्ट्रपति ने कहा कि 29 जून 2022 तक, भारत में 103 यूनिकॉर्न स्थापित किए जा चुके हैं, जिनका कुल मूल्यांकन लगभग 336 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में हर दस में से एक यूनिकॉर्न भारत में है। उन्होंने यह भी कहा कि मई 2022 तक, दुनिया भर में 47 कंपनियों ने डेकोकॉर्न का दर्जा हासिल कर लिया है, जिनमें से चार भारतीय स्टार्ट-अप हैं और उनमें से तीन युवाओं द्वारा चलाई जा रही हैं।
कोविड-19 के दौरान भी भारत में यूनिकॉर्न की संख्या में वृद्धि की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इस महामारी ने विश्व स्तर पर बड़ी सामाजिक-आर्थिक पीड़ा का कारण बना है, लेकिन इस दौरान भी, हमारे युवा उद्यमियों ने साहस और प्रतिभा का एक अद्भुत उदाहरण पेश किया है।राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता बहुत प्राचीन है। और प्राचीन काल से हमने अनेकता में एकता के सिद्धांत को अपनाया है।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, 'भारत की भूमि हमेशा विभिन्न सभ्यताओं और परंपराओं को सुशोभित करती रही है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि 'माई होम इंडिया' अपनी विभिन्न पहलों के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और अखंडता की भावना का प्रसार कर रहा है।' उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को राष्ट्रवाद के प्रति जागरूक करने के लिए युवा सम्मेलन एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने 'वन इंडिया' और 'कर्मयोगी' जैसे पुरस्कारों की स्थापना के लिए 'माई होम इंडिया' की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एनजीओ कई सामाजिक कार्यों में भी लगा हुआ है।