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50 ओलंपिक पदक हैं मोदी सरकार का लक्ष्य

रियो ओलंपिक-2016 में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मोदी सरकार ने खेलों के क्षेत्र में देश की स्थिति सुधारने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है

By Mohit TanwarEdited By: Updated: Sun, 18 Sep 2016 01:06 PM (IST)

हरिकिशन शर्मा, नई दिल्ली। रियो ओलंपिक-2016 में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मोदी सरकार ने खेलों के क्षेत्र में देश की स्थिति सुधारने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है। सरकार की नजर 50 ओलंपिक पदकों पर है। माना जा रहा है कि केंद्र अगले कुछ दिनों में इस कार्ययोजना की घोषणा कर सकता है। सूत्रों के अनुसार 'लेट्स प्ले' नामक इस कार्ययोजना को नीति आयोग ने तैयार किया है। इसमें भारत में खेल क्षेत्र की दशा सुधारने की कार्ययोजना बताई गई है। साथ ही इसमें 50 ओलंपिक पदक जीतने का लक्ष्य भी रखा गया है।

नीति आयोग ने यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओलंपिक खेलों में प्रदर्शन सुधारने के लिए एक समिति गठित करने की घोषणा के महीने भर के भीतर उठाया है। प्रधानमंत्री ने पिछले महीने ही खेलों में भारत का प्रदर्शन सुधारने के लिए एक समिति का गठन किया है। पीएम ने कहा था कि यह समिति दुनियाभर में बेहतर प्रणालियों का अध्ययन कर रोडमैप बनाएगी। साथ ही 2020, 2024 और 2028 ओलंपिक खेलों को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना बनाएगी। पीएम ने राज्यों से भी ऐसी समितियां बनाने का आग्रह किया था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि प्रत्येक राज्य अपनी पसंद से एक या दो खेलों का चयन कर उसमें ताकत दिखाए।

सूत्रों ने कहा कि नीति आयोग ने जो कार्य योजना तैयार की है उसमें भी 20 क्षेत्रों पर जोर दिया गया है। माना जा रहा है कि आयोग अगले सप्ताह इसका रहस्योद्घाटन कर सकता है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पीएम के आह्वान के बाद कितने राज्यों ने इस तरह की समितियों का गठन किया था और उन्होंने अब तक इस दिशा में कितनी प्रगति की है।भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के पूर्व महानिदेशक और वरिष्ठ आइएएस अधिकारी देशदीपक वर्मा का कहना है कि सरकार को ओलंपिक खेलों की कार्य योजना तैयार करते वक्त 12 से 16 वर्ष की उम्र के खिलाडि़यों के प्रशिक्षण और प्रोत्साहन को विशेष ध्यान में रखना होगा।

फिलहाल जूनियर खिलाडि़यों पर मात्र 8 से 12 प्रतिशत राशि खर्च होती है, जबकि सीनियर खिलाडि़यों पर 80 प्रतिशत से अधिक राशि खर्च होती है। हम जब तक कम उम्र की प्रतिभाओं को तराशने का काम नहीं करेंगे तब तक ओलंपिक खेलों में प्रदर्शन बेहतर नहीं होगा। वर्मा ने कहा कि सरकार को अपनी कार्ययोजना में सभी खेलों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय चुनिंदा खेलों को विशेष महत्व देना होगा। उल्लेखनीय है कि बीते दशकों में ओलंपिक खेलों में भारत का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। अब तक किसी भी एक ओलंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मात्र छह पदक लाने का रहा है। भारत ने छह पदक 2012 के लंदन ओलंपिक में जीते थे। उस दौरान वर्मा ही साइ के महानिदेशक थे।

20 सालों में ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन ओलंपिक कुल पदक

ओलंपिक पदक

2016 2

2012 6

2008 3

2004 1

2000 1

1996 1

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