Dehradun Nagar Nigam में बना रिकार्ड, वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 52 करोड़ रुपये भवन कर जमा
Dehradun Nagar Nigam वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन नगर निगम ने पहली बार पार किया 50 करोड़ रुपये का लक्ष्य। वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन कर जमा कराने उमड़ी भीड़ साढ़े तीन करोड़ रुपये हुए जमा। एफआरआइ ने जमा किया सात साल का बकाया 2.37 करोड़ रुपये भवन कर।
By Ankur AgarwalEdited By: Nirmala BohraUpdated: Sat, 01 Apr 2023 08:01 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: Dehradun Nagar Nigam: वित्तीय वर्ष 2022-23 की समाप्ति के साथ ही नगर निगम देहरादून ने रिकार्ड बना लिया। निगम ने पहली बार 50 करोड़ रुपये का लक्ष्य पार करते हुए इस वित्तीय वर्ष में 52 करोड़ रुपये भवन कर वसूली की।
वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन साढ़े तीन करोड़ रुपये भवन कर जमा हुआ। खास बात यह है कि वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) ने भी अपना सात साल का बकाया 2.37 करोड़ रुपये नगर निगम में जमा करा दिया। यह भवन कर वर्ष 2016 से मार्च-2023 तक का है।
नगर आयुक्त मनुज गोयल के कार्यालय में शुक्रवार को एफआरआइ के अधिकारी पहुंचे। जहां निगम के कर अधीक्षक धर्मेश पैन्यूली ने भवन कर का आंकलन कर धनराशि बताई। जिस पर एफआरआइ प्रबंधन ने 2.37 करोड़ रुपये आनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
भवन कर वसूली का नया रिकार्ड
वहीं, नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में भवन कर वसूली का नया रिकार्ड बनाकर 50 करोड़ रुपये का लक्ष्य पार कर लिया। अब तक निगम की सर्वाधिक वसूली 45 करोड़ रुपये थी, जो वित्तीय वर्ष 2018-19 में हुई थी। इस बार निगम ने 52 करोड़ रुपये की वसूली कर अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के अंतिम दिन शुक्रवार को नगर निगम में भवन कर जमा कराने वालों की भीड़ लगी रही। निगम की ओर से कर अनुभाग में 11 काउंटर बनाए गए थे, जिन्हें बढ़ाकर 14 करना पड़ा। इस दौरान वृद्धजनों व महिलाओं के लिए पहले दो काउंटर थे, लेकिन भीड़ को देखकर दो काउंटर और आरक्षित करने पड़े। शाम छह बजे तक भवन कर जमा किया गया।
वहीं, शुक्रवार नगर निगम को बड़ी राहत एफआरआइ व सिडकुल से मिली। निगम की ओर से पिछले तीन वर्ष में एफआरआइ को एक दर्जन से अधिक नोटिस दिए गए थे। वहीं, सिडकुल के दस प्रतिष्ठानों ने भी पिछले एक हफ्ते में डेढ़ करोड़ रुपये का भवन कर जमा किया। नगर आयुक्त ने बताया कि अब नए वित्तीय वर्ष में शहर के सभी सरकारी व निजी भवनों और प्रतिष्ठानों से भवन कर वसूली की कार्रवाई होगी।
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