Haldwani News : ओवरफ्लो होने से गौला बैराज से दूसरे दिन भी 30 हजार घरों को नहीं मिला पानी
Gaula barrage overflow शीशमहल स्थित जल संस्थान के फिल्टर प्लांट को सोमवार को दूसरे दिन भी गौला बैराज से पानी नहीं मिल सका। जलस्तर बढऩे के कारण गौला के सभी गेट खोलने पड़े गए। ऐसे में आपूर्ति ठप ही रही।
By govind singhEdited By: Skand ShuklaUpdated: Tue, 11 Oct 2022 08:28 AM (IST)
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शीशमहल स्थित जल संस्थान के फिल्टर प्लांट को सोमवार को दूसरे दिन भी गौला बैराज से पानी नहीं मिल सका। जलस्तर बढऩे के कारण गौला के सभी गेट खोलने पड़े गए। ऐसे में आपूर्ति ठप ही रही।
फिल्टर प्लांट में पानी को साफ करने के बाद करीब तीस हजार घरों में पहुंचाया जाता है। ऐसे में लोगों को टैंकर पर निर्भर रहना पड़ा। ज्यादा जरूरत होने पर निजी टैंकर भी मंगवाने पड़े। पहाड़ पर बरसात का सिलसिला नहीं थमने पर मंगलवार को और संकट का सामना करना पड़ सकता है।
पहाड़ से आने वाले पानी को काठगोदाम बैराज में रूका जाता है। जिसके बाद शीशमहल स्थित जल संस्थान के फिल्टर प्लांट को आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोडऩा पड़ता है। लेकिन पानी की मात्रा ज्यादा होने पर आपात स्थिति में बैराज के सभी गेट खोल गौला नदी में पानी छोडऩा पड़ता है।
बरसात के दिनों में ऐसे हालात ज्यादा बनते हैं। वहीं, पर्वतीय क्षेत्र में लगातार हो रही बरसात के कारण रविवार सुबह साढ़े दस बजे ही प्लांट की आपूर्ति रोक दी गई थी। रविवार रात 12 बजे बाद जलस्तर फिर बढऩे लगा। सोमवार की सुबह 22700 क्यूसेक मात्रा पहुंचने पर गेट खोल दिए गए। शाम तक यही स्थिति रही।
जिस वजह से लोगों को पीने का पानी नहीं मिल सका। फिल्टर प्लांट के इंचार्ज नीरज तिवारी ने बताया कि 25 से 30 हजार संयोजन में प्लांट के माध्यम से पानी पहुंचता है। बाकी जगहों पर नलकूप के जरिये डिमांड पूरी होती है। ऐसे में प्लांट के जरिये आपूर्ति वाले क्षेत्र में जल संकट की स्थिति पैदा हो गई।
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