मूवी स्क्रिप्ट से कम नहीं थी पेपर लीक की प्लानिंग, चाय वाले से लेकर सब इंस्पेक्टर शामिल
हरियाणा के पानीपत में ग्राम सचिव परीक्षा का पेपर लीक करने से पहले मामले का पर्दाफाश हो गया। इसमें एक सब इंस्पेक्टर भी शामिल। रोहतक के चार युवकों को पेपर पास करना था। रोहतक के ही आठ युवक पकड़े गए।
By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Tue, 12 Jan 2021 01:34 PM (IST)
पानीपत, जेएनएन। हथवाला रोड पर पैराडाइज स्कूल में ग्राम सचिव की परीक्षा का पेपर लीक करने की साजिश का पुलिस ने पर्दाफांस किया है। स्कूल का संचालक जगदीप और उसका बेटा अनुज ही मास्टरमाइंड निकले। इनके साथ ही पुलिस की अलग-अलग टीमों ने प्रदेश के तीन जिलों के 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक आरोपित दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर है।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंचार आरोपितों को समालखा के परीक्षा केंद्र से, आठ को करनाल स्थित एक सेंटर से तो दो को जीटी रोड के संत निरंकारी समागम स्थल के पास से गिरफ्तार किया गया है। चार परीक्षार्थी थे और छह को पेपर हल करना था। इससे पहले की पेपर लीक होकर परीक्षार्थियों के पास पहुंचता, सभी पकड़े गए। इनसे दो पहचान पत्र, 18 मोबाइल फोन, दो लैपटाप, एक ङ्क्षप्रटर, एक ब्ल्यूटूथ टाइप यंत्र सहित चार गाडिय़ां बरामद की गई हैं। सभी को अदालत में पेशकर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है। इस पूरे मामले में एसपी शशांक कुमार सावन प्रत्येक कड़ी और आरोपितों के बारे में डीजीपी मनोज यादव को अपडेट कर रहे थे।
प्रारंभिक जांच में सामने आ रहा है कि आंसर की के लिए प्रत्येक परीक्षार्थी से 15 लाख रुपये लेने थे। दस लाख रुपये स्कूल संचालक को दिए जाने थे। चार परीक्षार्थियों ने सौदा किया था।
समालखा के पैराडाइज पब्लिक स्कूल में ग्राम सचिव परीक्षा का केंद्र बनाया गया था। शनिवार और रविवार दो दिन परीक्षा थी। पुलिस के अनुसार, स्कूल मालिक जगदीप और उसके बेटे अनुज ने परीक्षा पेपर लीक करने की साजिश रची। शनिवार को देखा कि किस तरह पेपर लिया जा रहा है। किस तरह सुरक्षा रखी जा रही है। रविवार को पेपर लीक करना था। दरअसल, उन्हें लगा कि इस दिन करनाल के कैमला में भाजपा की किसान महापंचायत है। ज्यादा पुलिसफोर्स वहां रहेगी। सुरक्षा कम रह सकती है।
इन्होंने सोनीपत के गढ़ी केसरी गांव के बीएससी पास राहुल को पेपर साल्व करने के लिए बुलाया। सिवाह के राजेश को आंसर की पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी। इस पूरी साजिश में रोहतक और सोनीपत के भी युवाओं को शामिल किया।एक दिन पहले हिसार में पकड़ा गया था रैकेट
करनाल परीक्षा केंद्र के बाहर भी पेपर साल्व करने वाले मौजूद थे। उन्हें तो बस पेपर का इंतजार था। एक दिन पहले हिसार में ऐसा रैकेट पकड़ा गया तो पानीपत तक इसके तार जुड़े होने की सूचना मिली। रातों-रात पुलिस अलर्ट हो गई। आइपीएस पूजा वशिष्ठ के नेतृत्व में तीन टीमें गठित कर दी गईं। स्कूल में जांच की गई तो परिसर में ही गढ़ी केसरी का राहुल मिल गया। उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। स्कूल मालिक ने उसका पहचान पत्र बनवाया था। राहुल से ही राजेश का पता चला। इसके बाद कडिय़ां जुड़ती गईं और 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
चाय वाला और सफाईकर्मी बनाकर पर्चियां पहुंचानी थीपुलिस की पूछताछ में सामने आया कि स्कूल संचालक ने पूरी तैयारी कर ली थी। चाय वाला व सफाईकर्मी बनाकर स्कूल में पर्ची पहुंचाने वालों की एंट्री करानी थी। सिवाह के राजेश को इसी तरह अंदर बुलाया था। चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों पर कोई शक नहीं करता।
करनाल में भी मौजूद थे पेपर हल करने वालेसोनीपत के राहुल ने बताया कि वह अकेला पेपर साल्व करने वाला नहीं है। उसके और भी साथी हैं। वो लोग करनाल के परीक्षा केंद्र के पास हैं। पुष्पेंद्र और उसकी टीम वहां आंसर की बनाएगी। वैभव और देवेंद्र अलग जगहों पर हैं। इस तरह अलग-अलग जगहों पर आंसर की बनेगी। कहीं न कहीं से पेपर लीक हो ही जाता।
दो टीमें बनीं, एक ही जगह करनाल से रोहतक के आठ युवक गिरफ्तारजब ये पता चला कि अकेले पानीपत नहीं, दो और जगहों से पेपर लीक हो सकता है, उसी समय दो बड़ी टीमें गठित कर दी गईं। सीआइए-2 टीम ने करनाल से आठ लोगों को गिरफ्तार किया। ये आठों लोग रोहतक के रहने वाले हैं। इनमें रोहतक का ही रहने वाला विश्वजीत है, जो दिल्ली में प्रोबेशन पर सब इंस्पेक्टर है। उसने भी आंसर की तैयार करनी थी।
इन सात ने बनानी थी आंसर कीराहुल वासी गढ़ीकेसरी, सोनीपत। पुष्पेंद्र और विश्वजीत वासी सांपला(रोहतक)। संजीत व अमन वासी बलियाणा, एमआइटी, रोहतक। देवेंद्र वासी अटैल जिला सोनीपत। वैभव वासी किशनपुरा, जिला पानीपत। ये चार परीक्षार्थी पकड़े गए
अंकित और सुनील वासी बलियाणा (रोहतक)। अनुज वासी मायना करौथा और दीपक वासी कसरहेटी (रोहतक)।स्कूल संचालक ने चपरासी को बना रखा था पानीपत के गढ़ीकेवल निवासी स्कूल संचालक जगदीप ङ्क्षसह और उसका बेटा अनुज। इनका सहयोगी सिवाह का राजेश वासी सिवाह, पानीपत। इसे चपरासी के काम पर रखा था।ये सामान बरामद हुआ
आरोपितों से पुलिस ने दो एमटीएस पास, 18 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, एक ङ्क्षप्रटर, एक ब्लूटूथ जैसी डिवाइस। चार गाडिय़ां बरामद हुई हैं। एक बरेजा, पोलो, सैंट्रो और आई 10 है। चार साल्वर और परीक्षार्थी रोहतक, जिले से हैं। स्कूल की डीवीआर पुलिस ने कब्जे में ले ली है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।