Surajkund Mela 2023: 40 देशों के शिल्प कलाकारों से सजा सूरजकुंड मेला, वीकेंड में ऑनलाइन टिकट पर 10% की छूट
Surajkund Mela 2023 हरियाणा के फरीदाबाद में विश्व प्रसिद्ध सूरजकुंड मेले का 36वां संस्करण शुरू हो चुका है जहां 40 देशों के शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। वहीं वीकेंड पर ऑनलाइन टिकट करने पर 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Surajkund Mela 2023: शुक्रवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुभारंभ कर सूरजकुंड मेले का शुभारंभ कर दिया है, जिसके बाद इस विश्व प्रसिद्ध मेले का आगाज हो चुका है। यह मेले का 36वां संस्करण है। सूरजकुंड मेला प्रांगण में देश-विदेश के सांस्कृतिक और शिल्पकला के विविध रंग देखने को मिलते हैं।
ऐसे पहुंचे सूरजकुंड मेला
सूरजकुंड मेला में दिल्ली-एनसीआर के कई रास्तों से पहुंचा जा सकता है। दिल्ली की ओर से आने वाले पर्यटन प्रेमी दक्षिण दिल्ली की ओर से शूटिंग रेंज और प्रहलादपुर वाले सड़क मार्ग से आ सकते हैं। फरीदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग के पूर्वी दिशा में रहने वाले एनएचपीसी अंडरपास, सेक्टर-45 वाले मार्ग सहित विभिन्न मार्गों से और गुरुग्राम से आने वाले फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड से सैनिक कालोनी होते हुए अथवा पाली क्रशर चौक से बाईं ओर मुड़ कर पाली मोड़ से सूरजकुंड मेले तक पहुंच सकते हैं।
Day 1 of #SurajkundMela2023 started with bang.
Hon'ble Vice President Shri Jagdeep Dhankhar along with Hon'ble Haryana Chief Minister Shri M.L. Khattar inaugurated the 36th Surajkund International Crafts Mela, 2023 in Faridabad, Haryana.
Visit Mela today for fun & festivities pic.twitter.com/xZR7zXzKHe
— Surajkund International Crafts Mela (@Surajkundmela) February 4, 2023
वीकेंड पर टिकट में मिलेगी छूट
सूरजकुंड मेला में देश-विदेश के सांस्कृतिक और शिल्पकला के विविध रंग देखने को मिलेगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वीकेंड पर मेला देखने वाले लोगों के लिए प्रशासन को ऑनलाइन टिकट बुक कराने वाले लोगों को 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी। सामान्य दिनों में मेले की टिकट 120 रुपये रहेगी, जबकि वीकेंड पर 10 प्रतिशत की छूट के साथ 108 रुपये की मिलेगी। सूरजकुंड मेला 3 फरवरी, 2023 से शुरू होकर 19 फरवरी, 2023 तक चलेगा।
इस साल से शुरू हुआ मेला
दक्षिण दिल्ली से एक दम सटा हुआ सूरजकुंड क्षेत्र में वर्ष 1987 से शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय शिल्पकला मेले का यह 36वां संस्करण होगा, जिसका शुभारंभ शाम चार बजे उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व केंद्रीय भारी उद्योग एवं ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की उपस्थिति में करेंगे।
पूर्वोत्तर के राज्यों पर आधारित होगी थीम
सहभागी देश के रूप में इस बार शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की भागीदारी होगी, जबकि थीम स्टेट के रूप में पूर्वोत्तर राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम व त्रिपुरा राज्य के हस्तशिल्प अपना हुनर दिखा रहे हैं।
40 बने मेले का हिस्सा
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह ने दैनिक जागरण को बताया कि एससीओ से 25 से अधिक देश जुड़े हुए हैं और इनमें कजाकिस्तान, चीन, रूस, उज्बेकिस्तान, अजरबैजान, अर्मेनिया, तुर्की, कंबोडिया, यूएई, श्रीलंका, सऊदी अरब व कतर ऐसे देश हैं, जो मेले का हिस्सा बने हैं। इन देशों सहित कुल 40 देशों के व विभिन्न राज्यों के 11 सौ से अधिक शिल्पी मेले में भाग लेंगे।