'विकास करने में यूपी से आगे है बिहार', नीतीश के मंत्री बोले- सीमित संसाधनों में कर रहे बेहतर काम
नीतीश सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार का विकास दर देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 2022-23 में राज्य की सकल घरेलू उत्पाद में 10.64 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह देश में सर्वाधिक है। बिहार के बाद दूसरे एवं तीसरे नंबर पर क्रमश पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश है।
By Arun AsheshEdited By: Deepti MishraUpdated: Mon, 14 Aug 2023 09:27 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, पटना : नीतीश सरकार में वित्त मंत्री व जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार का विकास दर देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है। राष्ट्रीय सूचकांक संगठन (एनएसओ) की ओर से पिछले सप्ताह जारी किए गए नवीनतम आंकड़े में इसकी पुष्टि हो रही है।
विजय कुमार चौधरी ने सोमवार को कहा कि पिछले वर्ष 2022-23 में राज्य की सकल घरेलू उत्पाद में 10.64 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह देश में सर्वाधिक है। बिहार के बाद दूसरे एवं तीसरे नंबर पर क्रमश: पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश है। इन राज्यों की वृद्धि दर 8.41 और 8.30 प्रतिशत है।
बिहार में जनसंख्या का घनत्व 1106 व्यक्ति प्रति किमी है। यह भी देश के अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। बढ़ी आबादी का राज्य के संसाधनों पर दबाव है। संसाधनों पर दबाव के बावजूद केंद्र द्वारा समुचित सहायता की बात तो दूर केंद्र प्रायोजित योजनाओं में केंद्रांश भी समय पर उपलब्ध नहीं होने से बिहार सरकार को अनावश्यक वित्तीय दबाव झेलना पड़ता है।
जदयू नेता ने कहा, ''अभी हाल में नीति आयोग द्वारा जारी बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) रिपोर्ट से भी स्पष्ट हुआ था कि गरीबी रेखा से आबादी को ऊपर उठाने के मामले में बिहार की उपलब्धि 19 प्रतिशत है, जो अखिल भारतीय औसत से बहुत अधिक है।''इन दोनों तथ्यों से स्पष्ट है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में समावेशी विकास का मॉडल चल रहा है और हम सीमित संसाधनों के बावजूद अन्य प्रदेशों की तुलना में तेज गति से तरक्की कर रहे हैं। भारत के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री की तरफ से बिहार की जनता को यह उपहार है।
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