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रेलवे को हो रहा औसतन छह हजार रुपये का प्रतिदिन घाटा, सामने आई यह मुख्य वजह

Indian Railway Update News सेंट्रल स्टेशन पर कोविड के चलते प्लेटफार्म टिकट की बिक्री बंद है लेकिन यात्रियों के साथ उनके तीमारदार भी उन्हें छोडऩे प्लेटफार्म तक जा रहे हैं। इससे जहां रेलवे को राजस्व का नुकसान हो रहा है वहीं कोविड प्रोटोकॉल भी प्रभावित हो रहा है।

By Shaswat GuptaEdited By: Updated: Wed, 03 Mar 2021 09:20 PM (IST)
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रेलवे के प्रवेश द्वार पर नियमित जांच भी नहीं हो पा रही है।

कानपुर, जेएनएन। Indian Railway Update News  रेलवे अभी भी ट्रेनों को पूरी क्षमता से नहीं चला रहा है ऐसे में टिकट जांचने वाले विभागीय कार्यों में ही लगे हैं। भीड़ अधिक न होने के चलते जीआरपी और आरपीएफ की सक्रियता भी कम है। बुधवार को प्लेटफार्म नंबर दो पर 2:45 बजे नार्थईस्ट से दिल्ली जाने के लिए एक परिवार ट्रेन का इंतजार कर रहा था। पांच लोगों के इस परिवार में दो लोग साथ आए थे। ट्रेन जाने के बाद साथ आए दोनों लोग लिफ्ट से नौ नंबर पर गए और आसानी से बाहर निकल गए।

रोज बिकते थे पांच से छह सौ टिकट

सामान्य दिनों में सेंट्रल स्टेशन कैंट और सिटी साइड से प्रतिदिन प्लेटफार्म के पांच से छह सौ टिकटों की बिक्री होती थी। वर्तमान में टिकट बिक्री बंद है। ऐसे में रेलवे को हर दिन औसतन छह हजार रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। रेलवे अधिकारी बताते हैं कि टिकट बिक्री का निर्णय उत्तर मध्य रेलवे से होगा।

इनका ये है कहना 

सेंट्रल पर यात्रियों के सिवाय किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। कैंट और सिटी साइट के सभी चोर प्रवेश द्वार सप्ताह भर पहले बंद कराए गए थे। बिना टिकट पकड़े गए लोगों पर कमर्शियल विभाग कार्रवाई करता है।  -पीके ओझा, इंस्पेक्टर आरपीएफ