उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्री और विधायक बनेंगे हाईटेक, अब पेपरलेस होंगी कैबिनेट की बैठकें
E-Cabinet Meeting मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने आवास पर ई-कैबिनेट प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे और ई-कैबिनेट संबंधी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी व प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 02 Feb 2021 09:51 AM (IST)
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने सभी मंत्रियों और विधायकों को हाईटेक और पेपरलेस बनाने में जुट गई है। इसी के तहत अब प्रदेश में ई-कैबिनेट की व्यवस्था होने जा रही है। जिस तरह से केंद्र सरकार ने पहली बार पेपरलेस बजट प्रस्तुत किया है, उसी तरह यूपी में भी कैबिनेट की कार्यवाही को पेपरलेस करने की तैयारी है। इसके लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर ई-कैबिनेट प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। इसमें सभी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि ई-कैबिनेट व्यवस्था लागू हो जाने के बाद कैबिनेट की कार्यवाही पेपरलेस हो जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बाबत मंगलवार को अपने आवास पर ई-कैबिनेट प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे और ई-कैबिनेट संबंधी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी व प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। सरकार के इस कदम से ई-गवर्नेंस और ई-ऑफिस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस के संकल्प के अनुरूप काम करने में सुगमता और तेजी आएगी।
योगी सरकार के मंत्री और अफसर अब हाईटेक होंगे। कैबिनेट की बैठक अब पेपरलेस कराने की तैयारी है। राज्य में ई-कैबिनेट व्यवस्था लागू होने के बाद कैबिनेट की कार्यवाही पेपर लेस हो जाएगी। इस क्रम में होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी मंत्रियों को लैपटॉप, आईपैड के साथ आमंत्रित किया गया है। इसमें मंत्रियों को बताया जाएगा कि वे कैसे इन डिजीटल उपकरणों का इस्तेमाल अपने सरकारी काम करें। वैसे कई मंत्री पहले से ही इनका उपयोग प्रभावी तरीके से करते रहे हैं।
बता दें कि डिजीटल इंडिया अभियान के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि अब सरकारी पेपरलेस हो जाए। इसकी शुरुआत कैबिनेट की बैठक पेपरलेस होने से होगा। इसके तहत मंत्रियों को एजेंडा हार्डकॉपी में नहीं, बल्कि ई-मेल या दूसरे सोशल मीडिया के जरिए भेजा जाएगा। आने वाले दिनों में कैबिनेट की बैठक पेपरलेस कराने के लिए मंत्रियों को इसी बाबत प्रशिक्षित किया जाएगा। सरकार ने सचिवालय में ई-ऑफिस पहले से ही लागू कर रखा है।
योगी आदित्यनाथ ने पिछले वर्ष ही सीएम ऑफिस को पेपरलेस बनाने का आदेश दिया था। अब उनका ऑफिस ई-ऑफिस बन चुका है, जिसे उनके आईपैड से जोड़ दिया गया है। सीएम योगी की यात्रा के दौरान उनके डे ऑफिसर उनके साथ होते हैं। जो भी जरूरी फाइल होती हैं, उसे वह आईपैड पर ही पढ़ कर निपटा लेते हैं। चिट्ठियों का जवाब भी ई-मेल के जरिए दे देते हैं। आईपैड से ही कई बार वह वीडियो कांफ्रेंस भी कर लेते हैं। हाल ही में कई बार पुलिस अफसरों से ऐसे ही मीटिंग की हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।