Move to Jagran APP

उभरते बाजारों और विकासशील देशों पर ब्रिक्‍स देशों का जोर

9वीं ब्रिक्‍स समिट के सोमवार को हुए प्‍लेनरी सेशन में मोदी ने कहा कि विकास को रफ्तार देने के लिए ब्रिक्‍स देशों में मजबूत भागीदारी जरूरी है।

By Monika minalEdited By: Updated: Mon, 04 Sep 2017 04:10 PM (IST)
Hero Image
उभरते बाजारों और विकासशील देशों पर ब्रिक्‍स देशों का जोर
जियामेन (आइएएनएस)। उभरते बाजारों और विकासशील देशों के लिए अधिक प्रतिनिधित्‍व की मांग के साथ ब्रिक्‍स देशों ने नौवें सम्‍मेलन के दौरान मौजूदा परिदृश्‍य को प्रतिबिंबित करने वाले ग्‍लोबल इकोनॉमिक आर्किटेक्‍चर की पेशकश की।

इसने कहा, ‘हम एक ग्‍लोबल इकोनॉमिक गवर्नेंस आर्किटेक्‍चर को बढ़ावा देने का संकल्प करते हैं जो वर्तमान ग्‍लोबल इकोनॉमिक परिदृश्‍य में अधिक प्रभावशाली हो।‘ ब्रिक्स ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की 15वीं जनरल रिव्यू की समाप्ति के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसमें 2019 की बैठकें शामिल है।

ब्रिक्‍स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि ब्रिक्स ने सहयोग के लिए एक मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है। अनिश्चितता के इस दौर में दुनिया के स्‍थायित्‍व और विकास के लिए काम करना होगा। 9वीं ब्रिक्‍स समिट के सोमवार को हुए प्‍लेनरी सेशन में मोदी ने कहा कि विकास को रफ्तार देने के लिए ब्रिक्‍स देशों में मजबूत भागीदारी जरूरी है। शांति और विकास के लिए आपसी सहयोग सबसे अहम है। यह विकास के काम के लिए नई पहल है। मोदी से पहले जिनपिंग ने प्लेनरी सेशन को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सोलर एनर्जी एजेंडा को मजबूती देने के लिए ब्रिक्स के देश इंटरनेशनल सोलर अलायंस (ISA) के साथ काम कर सकते हैं। ब्रिक्स बैंक ने कर्ज देने शुरू कर दिए हैं। ये विकास के काम के लिए नई पहल है। प्रधान मंत्री ने आगे कहा कि पांच ब्रिक्स देशों - ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के केंद्रीय बैंकों को अपनी क्षमताओं को मजबूत कर सीआरए और आइएमएफ के बीच सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए।

चीन के राष्ट्रपति शी ने कहा कि ब्रिक्स देशों को खुली अर्थव्यवस्था बनानी चाहिए, बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था को समर्थन करना चाहिए तथा संरक्षणवाद का विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक अर्थव्यवस्था संचालन में सुधार तेज करने, उभरते बाजार एवं विकासशील देशों की आवाज एवं उनका प्रतिनिधित्व, विकास की खाई को पाटने के प्रयास बढ़ाने और वैश्विक आर्थिक वृद्धि को तेज करने की जरूरत है। ब्रिक्स की प्रगति पर जोर डालते हुए उन्होंने कहा कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं के इस समूह ने नव विकास बैंक (एनडीबी) का अफ्रीकी क्षेत्रीय केंद्र शुरू किया है।

मोदी ने कहा कि एनडीबी ने ब्रिक्स देशों के बुनियादी ढांचे और टिकाऊ विकास के लिए संसाधनों को जुटाने के लिए अपने जनादेश के लिए ऋण का वितरण शुरू कर दिया है। साथ ही, हमारे केंद्रीय बैंकों ने सीआरए को पूरी तरह से संचालन करने के लिए कदम उठाए हैं। यह विकास के प्रतीक हैं। मोदी ने यह भी कहा कि उभरते बाजारों के विकास के लिए ऊर्जा के लिए सस्ती, विश्वसनीय और स्थायी पहुंच महत्वपूर्ण है।

यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी को सर्व कर सकता है ये पांच वेज डिश चीन का ये होटल