आइएस के शीर्ष कमांडर शिशनी के मरने की पुष्टि
अमेरिका ने आइएस के शीर्ष कमांडर अबू उमर अल-शिशानी के मारे जाने की पुष्टि की है। चार मार्च को पश्चिमोत्तर सीरिया में उसके काफिले पर हमला किया गया था। शिशानी इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गया था। वह 'उमर द चेचन' के नाम से कुख्यात था।
By Sachin MishraEdited By: Updated: Tue, 15 Mar 2016 04:47 PM (IST)
वाशिंगटन। अमेरिका ने आइएस के शीर्ष कमांडर अबू उमर अल-शिशानी के मारे जाने की पुष्टि की है। चार मार्च को पश्चिमोत्तर सीरिया में उसके काफिले पर हमला किया गया था। शिशानी इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गया था। वह 'उमर द चेचन' के नाम से कुख्यात था। उस पर 50 लाख डॉलर (33 करोड़ रुपये) का इनाम था।
रक्षा विभाग पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने सोमवार को इसकी पुष्टि की। इससे पहले सीरिया में सक्रिय मानवाधिकार संस्था ने उसे क्लीनिकली डेड बताया था। जॉर्जिया में पैदा हुआ शिशानी वर्ष 2008 में रूस के साथ युद्ध में हिस्सा ले चुका था। उसके काफिले पर तुर्की की सीमा से लगते अल हक्शा प्रांत में हवाई हमला किया गया था। इसमें 12 अन्य आतंकी मारे गए थे। आइएस ने उसे युद्ध मंत्री का दर्जा दिया था। उसकी मौत से चेचन्या व काकेशस क्षेत्र से आतंकियों की भर्ती प्रभावित होने की बात भी कही जा रही है। वह सीरियाई विद्रोहियों की तरफ से असद के खिलाफ भी लड़ चुका था।पढ़ेंः यौन दासियों को गर्भनिरोधक देता है आइएस