इजरायल के हवाई हमले में 60 फलस्तीनियों की मौत
इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव गहराता जा रहा है। गुरुवार को इजरायल के हवाई हमले में कम से कम 60 फलस्तीनी मारे गए। हवाई हमले में फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के 780 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। पिछले तीन दिनों में इस क्षेत्र में 82 लोग मारे गए, जबकि 500 से अधिक फलस्तीनी घायल भी हुए हैं।
By Edited By: Updated: Fri, 11 Jul 2014 12:56 AM (IST)
यरुशलम। इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव गहराता जा रहा है। गुरुवार को इजरायल के हवाई हमले में कम से कम 60 फलस्तीनी मारे गए। हवाई हमले में फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के 780 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। पिछले तीन दिनों में इस क्षेत्र में 82 लोग मारे गए, जबकि 500 से अधिक फलस्तीनी घायल भी हुए हैं। नवंबर, 2012 के बाद क्षेत्र में लोगों के मारे जाने की सबसे बड़ी संख्या है। उधर, हमास द्वारा भी इजरायल में 15 रॉकेट दागे जाने की भी खबर है।
हमास बहुल गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने दावा किया कि गुरुवार को इजरायली हमले में कम से कम 60 आम लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि गुरुवार को दक्षिणी शहर खान यूनिस के पास स्थित एक घर पर हुए हवाई हमले में आठ फलस्तीनियों की मृत्यु हो गई। एक अन्य हमले में इसी क्षेत्र में कैफे को निशाना बनाया गया, जिसमें नौ लोग मारे गए। पश्चिमी गाजा शहर में भी कार पर हुए इजरायली हमले में तीन लोग मारे गए। इजरायल डिफेंस फोर्स (आइडीएफ) का कहना है कि यह घर हमास के खान यूनिस कंपनी कमांडर ओदेह कवारे का निवास था। सूत्रों का कहना है कि घर पर हुए हमले में 25 लोग घायल भी हुए हैं। आइडीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इजरायली सेना हमास के वरिष्ठ कमांडरों के घरों पर बमबारी जारी रखेगी। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि हमास ने गुरुवार को दक्षिणी शहर दिमोना में रॉकेटों से इजरायल के एक परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाया। इजरायल के इरोन डोम मिसाइल रोधी प्रणाली ने एक रॉकेट को बीच में रोक दिया। जबकि दो रॉकेट खुले क्षेत्रों में गिरे। दिमोना को मिनी इंडिया कहा जाता है, जहां कि भारतीय मूल के करीब 7500 यहूदी रहते हैं। पढ़े : तालिबान के महत्वपूर्ण शहर पर पाकिस्तानी सेना का कब्जा