पूर्व ब्रिटिश मंत्री की बेटी बनी सिख
ब्रिटेन के पूर्व मंत्री जानथन एटकिन की बेटी अलेक्जेंड्रा एटकिन नाइट क्लब और पश्चिम की रंगीन दुनिया छोड़कर पंजाब में सिख धर्म अपनाकर रह रही है। कभी फैशनेबल और बिंदास रही अलेक्जेंड्रा अब पूरी तरह सिखों के लिबास और अंदाज में है। पश्चिम से पूरब का ये सफर उसने प्रेम की राह पर चलकर पूरा किया। डेली मेल की खबर के अनुसार ब्रिटिश
By Edited By: Updated: Tue, 28 Aug 2012 10:44 AM (IST)
लंदन। ब्रिटेन के पूर्व मंत्री जानथन एटकिन की बेटी अलेक्जेंड्रा एटकिन नाइट क्लब और पश्चिम की रंगीन दुनिया छोड़कर पंजाब में सिख धर्म अपनाकर रह रही है। कभी फैशनेबल व बिंदास रही अलेक्जेंड्रा अब पूरी तरह सिखों के लिबास और अंदाज में है। पश्चिम से पूरब का ये सफर उसने प्रेम की राह पर चलकर पूरा किया।
डेली मेल की खबर के अनुसार ब्रिटिश युवती अलेक्जेंड्रा सफेद और नीले रंग की पगड़ी पहनती है। सफेद कुर्ता और पैजामी के साथ उसकी कमर में कृपाण बंधा रहता है। लंदन की रहने वाली 32 वर्षीय अलेक्जेंड्रा ने अपना देश, वेशभूषा, धर्म, रहन-सहन और नाम तक बदल लिया है। सिख धर्म अपनाने के बाद अलेक्जेंड्रा ने अपना नाम उत्तरांग कौर खालसा रख लिया है। अलेक्जेंड्रा भारतीय माहौल में पूरी तरह रच-बस गई है। लेकिन पिछले साल जब उन्होंने जनवरी में अपने घरवालों के सामने एक सिख इंदरजोत सिंह से शादी करने का ऐलान किया तो उसकी जुड़वां बहन विक्टोरिया समेत पूरा परिवार चौंक पड़ा था। अलेक्जेंड्रा 2009 में पहली बार इंदरजोत सिंह से मिली थी। दूसरी ही मुलाकात में बात शादी तक पहुंच गई। यह सब इतनी जल्दी हुआ कि शादी में शामिल होने के लिए अलेक्जेंड्रा के परिवार के लोग भी ब्रिटेन से नहीं आ पाए। अलेक्जेंड्रा ने अपनी वेबसाइट पर दावा किया है कि वह पंजाब के रूपनगर जिले के आनंदपुर साहिब तहसील के बनी गांव में एक आश्रम में रहती है। उत्तरांग भाला, कृपाण और कड़ा को हमेशा धारण करती है। अब वह केश भी नहीं कटवाती और लकड़ी का कंघा साथ रखती है। पंजाबी सीख रही अलेक्जेंड्रा सिख धर्म पर किताबें पढ़ती है।
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