Move to Jagran APP

हैकिंग से रसातल में अमेरिका, रूस के संबंध

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 35 रूसी अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया है।

By Gunateet OjhaEdited By: Updated: Fri, 30 Dec 2016 06:39 PM (IST)
Hero Image

वाशिंगटन, प्रेट्र/रायटर। साइबर हमलों को लेकर अमेरिका और रूस में जारी जुबानी जंग में नया मोड़ आ गया है। शीतयुद्ध काल के प्रतिद्वंद्वियों के बीच राजनयिक लड़ाई शुरू हो गई है। इससे आपसी संबंध हाल के वर्षो के सबसे खराब दौर में पहुंच गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 35 रूसी अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया है।

जवाब में रूस भी 35 अमेरिकी अधिकारियों को देश से निकालने की तैयारी कर रहा है। 20 जनवरी को रिटायर हो रहे ओबामा ने रूस के खिलाफ सख्त कदम का आदेश गुरुवार को हवाई से जारी किया जहां वे परिवार के साथ सालाना छुट्टियां मना रहे हैं। यह कदम उनके उत्तराधिकारी डोनाल्ड ट्रंप की कमान संभालते ही कड़ी परीक्षा लेगा। ट्रंप रूस के साथ करीबी संबंधों की कई मौकों पर पैरवी कर चुके हैं।

ओबामा के आदेश

-35 रूसी अधिकारियों को 'अवांछित' करार देते हुए परिवार सहित अमेरिका छोड़ने के लिए 72 घंटे का समय दिया है।

-रूस की दो खुफिया एजेंसियों जीआरयू और एफएसबी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

-जीआरयू की साइबर गतिविधियों में सहयोग करने वाली तीन कंपनियों सहित नौ इकाइयों पर प्रतिबंध।

-मेरीलैंड और न्यूयॉर्क के रूसी परिसर का अब उसके कर्मचारी इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।

मॉस्को का पलटवार

-सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन और अंग्रेजी भाषा पढ़ाने वाले 28 अमेरिकी संस्थान तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए गए हैं।

-विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से 35 अमेरिकी अधिकारियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की है।

-इनमें से 31 अधिकारी मॉस्को स्थित अमेरिकी दूतावास और चार सेंट पीटर्सबर्ग स्थित वाणिज्य दूतावास में तैनात हैं।

-पश्चिमी और उत्तरी मॉस्को स्थित अमेरिका के दो परिसरों को भी बंद करने की पुतिन से सिफारिश की गई है।

बराक ओबामा, अमेरिकी राष्ट्रपति

सभी अमेरिकियों को रूस के कदमों से चौकस हो जाना चाहिए। ताजा फैसले अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों की उचित और जरूरी प्रतिक्रिया हैं। हम अपनी पसंद की जगह और समय पर आगे भी कार्रवाई जारी रखेंगे। इनमें से कुछ कदमों को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।

दमित्री पेस्कोव, पुतिन के प्रवक्ता

अमेरिकी चुनाव में दखलंदाजी के बेबुनियाद आरोप को रूस सिरे से खारिज करता है। यह पहले ही निम्न स्तर पर पहुंच चुके अमेरिकी-रूसी संबंधों को तबाह करने की कोशिश है। जैसा को तैसा सिद्धांत के आधार पर हम पर्याप्त प्रतिक्रिया देंगे।

ट्रंप के ट्वीट वार से ओबामा फोन करने को हुए मजबूर