Move to Jagran APP

उत्तर कोरिया की धमकी के जवाब में अमेरिका ने उठाया ये बड़ा कदम

अमेरिका में अंतर महाद्वीपीय मिसाइल (आइसीबीएम) को नाकाम करने वाले इंटरसेप्ट मिसाइल का परीक्षण सफल रहा है।

By Pratibha Kumari Edited By: Updated: Wed, 31 May 2017 04:10 PM (IST)
Hero Image
उत्तर कोरिया की धमकी के जवाब में अमेरिका ने उठाया ये बड़ा कदम

वाशिंगटन, पीटीआई। उत्तर कोरिया की परमाणु बम हमले की धमकी के बीच ही अमेरिका ने उसे रोकने के चाक-चौबंद इंतजाम कर डाले हैं। अमेरिका में अंतर महाद्वीपीय मिसाइल (आइसीबीएम) को नाकाम करने वाले इंटरसेप्ट मिसाइल का परीक्षण सफल रहा है। इससे परमाणु बम लेकर आने में सक्षम आइसीबीएम को वायुमंडल में प्रविष्ट होने से पहले ही नष्ट किया जा सकेगा।

वैसे तो अमेरिका का एंटी मिसाइल सिस्टम थाड ज्यादातर मिसाइलों के हमले रोकने में सक्षम है, मगर आइसीबीएम काफी ऊंचाई पर जाकर अपनी दिशा बदलती है और उसके बाद सफर तय करती है, इसलिए उसे रोकने को लेकर थाड की क्षमता संदेह के घेरे में थी, मगर अमेरिका ने 1999 में रोके अपने परीक्षणों को आगे बढ़ाते हुए मंगलवार को पहला परीक्षण किया और वह सफल रहा। 

1983 में तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की स्टार्स वार योजना की घोषणा के तहत किए गए इन परीक्षणों में 17 में से नौ सफल रहे थे। ताजा परीक्षण में मार्शल द्वीप से छोड़े गए आइसीबीएम टाइप मिसाइल को कैलीफोर्निया के वैंडेनबर्ग एयरफोर्स स्टेशन स्थित परीक्षण स्थल से छोड़ी गई इंटरसेप्ट मिसाइल ने कुछ ही देर में नाकाम कर दिया। यह सफल परीक्षण अमेरिका को परमाणु हमले से सुरक्षित बना देगा।

इस परीक्षण की सफलता से अमेरिका ने रूस पर बढ़त बना ली है। इस अकेले परीक्षण पर 250 मिलियन डॉलर (1,613 करोड़ रुपये) की धनराशि खर्च हुई। भारी खर्च के चलते इस सुरक्षा परियोजना की 1983 में ही आलोचना हुई थी लेकिन अब उत्तर कोरिया की तरफ से बढ़ रहे खतरे को देखते हुए इसे जरूरी माना गया।

किसी भी वक्त आइसीबीएम का परीक्षण कर सकता है उ. कोरिया

सियोल, एएफपी। उत्तर कोरिया ने अपनी धमकी में और तीखापन लाते हुए किसी भी वक्त अंतर महाद्वीपीय मिसाइल (आइसीबीएम) की घोषणा कर डाली। सरकार नियंत्रित अखबार रोडोंग सिनमुन ने कहा, वैज्ञानिक आइसीबीएम का परीक्षण करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमारे नेता किम जोंग उन का जैसे ही आदेश मिलेगा, परीक्षण के लिए मिसाइल दाग दी जाएगी। उत्तर कोरिया लंबी दूरी की मिसाइलों का सफल परीक्षण कर चुका है लेकिन आइसीबीएम की सफलता उसे पांच हजार किलोमीटर की दूरी तक परमाणु बम का हमला करने में सक्षम बना देगी। इससे अमेरिका पर खतरा बढ़ जाएगा।

यह भी पढ़ें: काबुल ब्लास्ट: 80 मरे, 300 से अधिक घायल, भारतीय दूतावास के कर्मचारी सुरक्षित