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मोसुल में आतंकियों पर अब पश्चिम से भी हमला

इराक का संघीय पुलिस बल जो दक्षिण की तरफ से मोसुल की ओर बढ़ रहा है ने बताया है कि उसका लक्ष्य शहर के दक्षिणी-पश्चिमी छोर पर स्थित हवाई अड्डे पर नियंत्रण हासिल करना है।

By Amit MishraEdited By: Updated: Mon, 05 Dec 2016 09:43 PM (IST)
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बगदाद, रायटर। इस्लामिक स्टेट (आइएसआइएस) के इराकी गढ़ मोसुल पर अब पश्चिम से भी हमले शुरू हो गए हैं। इराकी सुरक्षा बल पूर्वी हिस्से से पहले ही शहर में दाखिल हो चुके हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर द्वारा डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले अभियान पूरा होने की संभावना जताए जाने के बीच लड़ाई का यह नया मोर्चा खुला है। ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।

स्थानीय नागरिकों के अनुसार रविवार को पहली बार पश्चिमी मोसुल के अल जदादिया पर गोलाबारी की गई। गोलाबारी के बाद से लोग डरे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार फ्रांसीसी सेना के बख्तरबंद दस्ते, अमेरिकी गठबंधन के विमानों ने ये हमले शुरू किए हैं।

इतिहास के सबसे खतरनाक मोड़ पर मानवता

इराक का संघीय पुलिस बल जो दक्षिण की तरफ से मोसुल की ओर बढ़ रहा है ने बताया है कि उसका लक्ष्य शहर के दक्षिणी-पश्चिमी छोर पर स्थित हवाई अड्डे पर नियंत्रण हासिल करना है। माना जा रहा है कि पूर्वी मोसुल से आतंकियों का ध्यान बंटाने के कारण ये हमले किए गए हैं। आत्मघाती हमलावरों और मानव ढाल के कारण इस इलाके में सेना के आगे बढ़ने की रफ्तार काफी धीमी है और वह शहर को दो हिस्सों में बांटने वाली तिगरिस नदी से अब भी काफी दूर है।

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गौरतलब है कि इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल पर 2014 से आइएस का कब्जा है। आतंकियों के खिलाफ अभियान 17 अक्टूबर को शुरू हुआ था। इसे कुर्द, शिया, कबायली लड़ाकों और अमेरिकी गठबंधन का समर्थन हासिल है। अभियान शुरू होने के वक्त शहर में पांच से छह हजार आतंकियों के होने का अनुमान लगाया गया था। इनमें से करीब एक हजार मारे जा चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रवासी संगठन के अनुसार लड़ाई शुरू होने के बाद से पूर्वी मोसुल से करीब 81 हजार लोगों ने पलायन किया है।