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Odisha News: घर से भागे 62 नाबालिगों की रेलवे ने की घर वापसी, जानिए क्या है यह 'नन्हे फरिश्ते मुहिम'

Odisha News ईस्ट कोस्ट रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते ड्राइव के तहत जुलाई महीने के दौरान अपने अधिकार क्षेत्र में विभिन्न रेलवे प्लेटफार्मों और ट्रेनों से 62 नाबालिग बच्चों को बचाया। धिकारी ने कहा कि आरपीएफ कर्मियों ने उन्हें उनके माता-पिता से मिलाने से पहले उनकी काउंसलिंग भी की। रेलवे भी बचपन बचाओ आंदोलन अभियान में शामिल हो गया है।

By Jagran NewsEdited By: Prince SharmaUpdated: Wed, 09 Aug 2023 04:15 AM (IST)
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Odisha News: घर से भागे 62 नाबालिगों की रेलवे ने की घर वापसी, जानिए क्या है यह 'नन्हे फरिश्ते मुहिम'

संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। ईस्ट कोस्ट रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते ड्राइव के तहत जुलाई महीने के दौरान अपने अधिकार क्षेत्र में विभिन्न रेलवे प्लेटफार्मों और ट्रेनों से 62 नाबालिग बच्चों को बचाया।

रेलवे के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि चाइल्डलाइन और जिला बाल कल्याण समिति जैसे गैर सरकारी संगठनों की मदद से जुलाई में कुल 50 लड़कों और 12 लड़कियों को उनके माता-पिता से मिलाया गया। आरपीएफ कर्मियों ने उन बच्चों को बचाया जो पारिवारिक मुद्दों के कारण या बेहतर जीवन की तलाश में अपने माता-पिता को बताए बिना ट्रेन से रेलवे स्टेशनों या अन्य गंतव्यों की ओर भाग गए थे।

रेलवे भी बचपन बचाओ आंदोलन अभियान में शामिल हो गया है।

अधिकारी ने कहा कि आरपीएफ कर्मियों ने उन्हें उनके माता-पिता से मिलाने से पहले उनकी काउंसलिंग भी की। रेलवे के माध्यम से मानव तस्करी को खत्म करने की दिशा में काम करने के लिए रेलवे भी बचपन बचाओ आंदोलन अभियान में शामिल हो गया है।

62 नाबालिगों में से 33 लड़कों और 2 लड़कियों को खुर्धा रोड डिवीजन से बचाया गया

इसके अलावा, आरपीएफ ने ऑपरेशन एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग भी चलाया और मानव तस्करी पीड़ितों को बचाया। जुलाई में बचाए गए 62 नाबालिगों में से 33 लड़कों और 2 लड़कियों को खुर्धा रोड डिवीजन से बचाया गया, पांच लड़कों और चार लड़कियों को संबलपुर डिवीजन से बचाया गया, और 12 लड़कों और छह लड़कियों को वॉल्टेयर डिवीजन से बचाया गया। अन्य के लिए प्रयास जारी है

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