Odisha Train Accident: ओडिशा में भीषण ट्रेन हादसा, रेलमंत्री और सीएम पटनायक पहुंचे बालेश्वर
Coromandel Train Accident ओडिशा में बालेश्वर जिले के बाहानागा बाजार स्टेशन से दो किलोमीटर दूर पनपना के पास शुक्रवार शाम भीषण ट्रेन दुर्घटना हो गई। दुर्घटनाग्रस्त ट्रेनों में यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस (12864) शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) और मालगाड़ी शामिल हैं। File Photo
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sat, 03 Jun 2023 09:10 AM (IST)
जागरण टीम, बालेश्वर/संबलपुर। Coromandel Express Accident: ओडिशा में बालेश्वर जिले के बाहानागा बाजार स्टेशन से दो किलोमीटर दूर पनपना के पास शुक्रवार शाम भीषण ट्रेन दुर्घटना हो गई। तीन ट्रेनों के बीच हुई इस दुर्घटना में 233 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि 900 से अधिक लोग घायल हैं। इनमें कई की हालत गंभीर है।
राहत व बचाव कार्य जारी
दुर्घटनाग्रस्त ट्रेनों में यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस (12864), शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) और मालगाड़ी शामिल हैं। घायलों को बालेश्वर मेडिकल कॉलेज समेत आसपास के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। राहत कार्यों में रेलवे सहित स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन, एनडीआरएफ, ओडिशा आपदा राहत दल (ओडीआरएफ) की टीमें जुटी हुई हैं। वायुसेना की टीम को भी रवाना किया गया है।
रेल मंत्री घटनास्थल के लिए हुए रवाना
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रात में ही दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शनिवार को वहां पहुंच रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत शीर्ष नेताओं ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने रेल मंत्री से बात करके स्थिति की जानकारी ली और प्रभावितों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
ऐसे हुआ हादसा
रेलवे के सूत्रों के अनुसार, 6.54 मिनट में यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन की पिछली तीन बोगियां बेपटरी होकर दूसरे ट्रैक पर चली गई। दूसरे ट्रैक से गुजर रही मालगाड़ी घटना के बाद खड़ी थी। छह मिनट बाद शाम सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस सीधे मालगाड़ी से टकरा गई। 128 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही कोरोमंडल की मालगाड़ी से टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई बोगी मालगाड़ी के ऊपर चढ़ते हुए दूसरे ट्रैक पर जा गिरी।इस हादसे में दोनों ट्रेनों की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं और कई बोगियां आपस में चिपक गई। घटना में सबसे ज्यादा जनरल डिब्बे में सफर करने वाले यात्री प्रभावित हुए हैं। रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि यह जांच का विषय है कि यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस व कोरोमंडल एक्सप्रेस में से कौन पहले बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हुई।
जानकारी यह भी मिल रही है कि सिग्नल खराब होने के कारण मालगाड़ी और कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन एक ही पटरी पर आ गई थीं। इस कारण यह हादसा हुआ। टक्कर में कोरोमंडल एक्सप्रेस को भारी नुकसान हुआ। कोरोमंडल एक्सप्रेस बंगाल के शालीमार स्टेशन से निकलती है और चेन्नई के पुरची थलाइवर डा. एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन तक जाती है। इसे शनिवार को शाम 4.50 बजे चेन्नई पहुंचना था।
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ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने बताया कि ओडीआरएएफ की चार टीमों और एनडीआरएफ की तीन टीमों को मौके पर पहुंच गई हैं। एनडीआरएफ की छह और टीमों को कटक और कोलकाता से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। बालेश्वर के तमाम अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। रेल मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि भुवनेश्वर और कोलकाता से राहत टीमों को रवाना किया गया है। बचाव अभियान में सभी जरूरी लोगों की मदद ली जाएगी। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि राहत और बचाव कार्य देखने के लिए जिला कलेक्टर, एसपी, रेंज आइजी और 20 से अधिक फायर सर्विस एंड रेस्क्यू टीम मौजूद हैं।दुर्घटनास्थल पर करीब 500-600 बचाव कर्मी मौजूद हैं। देर रात तक दुर्घटनास्थल पर ट्रेनों में फंसे हुए लोगों को निकालने व बचाव का कार्य जारी था। हादसे के कारण 22 ट्रेनें प्रभावित हुई है। सात ट्रेनों को रद किया गया, जबकि नौ का मार्ग परिवर्तित किया गया है।रेल मंत्री ने की 10-10 लाख मुआवजे की घोषणा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के स्वजन को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को दो-दो लाख तथा अन्य घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मरने वालों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है।अंधेरा होने के कारण राहत कार्य में परेशानी
दुर्घटनास्थल बालेश्वर से लगभग 40 किलोमीटर दूर है। बेपटरी हुए बोगियों में काफी संख्या में यात्री फंसे हुए थे। अंधेरा होने के कारण बचाव दल को राहत कार्य में काफी परेशानी हो रही थी। स्थानीय लोग फोन में फ्लैश लाइट जलाकर बचाव अभियान में मदद कर रहे थे। गैस कटर से बोगियों को काटकर लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। राहत एवं बचाव कार्य के कारण इस रूट पर तमाम अन्य ट्रेनों को रोक दिया गया है। टाटानगर, भद्रक, खड़गपुर, बालेश्वर, भुवनेश्वर से मेडिकल वैन के साथ-साथ दुर्घटना राहत ट्रेन को भेजा गया है।बंगाल व तमिलनाडु सरकार ने खोला कंट्रोल रूम
ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना के बाद बंगाल सरकार ने भी कंट्रोल रूम खोला है। इसका नंबर 033- 22143526/ 22535185 है। बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने मंत्री मानस भुइयां और सांसद डोला सेन के नेतृत्व में एक टीम को दुर्घटनास्थल पर भेजा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की और कहा कि वह राज्य के लोगों को बचाने में मदद करने के लिए चार सदस्यीय समिति भेज रहे हैं। तमिलनाडु सरकार के हेल्पलाइन नंबर हैं: 1070 (टोलफ्री), 9445869843, 9445869848 (वाट्सएप), 044-28593990रेलवे के हेल्पलाइन नंबर :
- चेन्नई: 044- 25330952, 044-25330953, 044-25354771
- बालेश्वर: 06782-262286, 8249591559
- शालीमार: 9903370746
- हावड़ा: 033-26382217
- खड़गपुर: 8972073925, 9332392339
- बेंगलुरु: 080-22356409
- बांगरपेट: 08153 255253
- कुप्पम: 8431403419