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OSSC प्रश्न पत्र लीक मामलाः ओडिशा BJP अध्यक्ष मनमोहन सामल ने CBI जांच की मांग की, सरकार पर साधा निशाना

विगत कई दिनों से पूरे ओडिशा राज्य को झकझोर देने वाला ओएसएससी यानी कि ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के प्रश्न पत्र लीक होने का मामला ओडिशा और बिहार दो राज्यों में मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संपर्क में बालेश्वर की एसपी सागरिका नाथ ने 17 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से आधा दर्जन लोग बिहार के हैं बिहार से पकड़े गए।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sun, 30 Jul 2023 05:00 AM (IST)
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घटना की जांच सीबीआई से कराई जाए: मनमोहन सामल
जागरण संवाददाता, बालेश्वर: ओडिशा प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन यानी कि ओएसएससी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक मामला को काफी गंभीर मामला बताया है।

दैनिक जागरण से बातें करते हुए मनमोहन सामल ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है तथा यह परीक्षा राज्य सरकार के अधीन आता है। राज्य सरकार इस परीक्षा को पूरी तरह से नियंत्रित करती है और आयोजित करती है।

सीबीआई जांच की मांग

आखिर कैसे प्रश्नपत्र लीक हुआ कहां कहां इस प्रश्न पत्र के तार जुड़े हैं और कौन-कौन से लोग इसमें शामिल हैं यह सब केवल सीबीआई यानी कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन से जांच करने पर ही हकीकत से पर्दा उठेगा। उन्होंने बताया कि यह एक अत्यंत गंभीर मामला है तथा राज्य सरकार इतने बड़े मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है।

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बालेश्वर एसपी ने पत्र लिखकर 88 बच्चों को आजीवन ओएसएससी की किसी भी परीक्षा में न बैठेने देने का अनुरोध किया 

विगत कई दिनों से पूरे ओडिशा राज्य को झकझोर देने वाला ओएसएससी यानी कि ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के प्रश्न पत्र लीक होने का मामला ओडिशा और बिहार दो राज्यों में मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संपर्क में बालेश्वर की एसपी सागरिका नाथ ने 17 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से आधा दर्जन लोग बिहार के हैं बिहार से पकड़े गए।

इन्ही लोगो में से पकड़ा गया व्यक्ति मास्टरमाइंड भी बताया गया है। बाकी एक व्यक्ति आंध्र प्रदेश से है और बाकी के लोग ओडिशा के रहने वाले हैं | बालेश्वर की एसपी सागरिका नाथ ने ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को पत्र लिखकर इस रैकेट में शामिल 88 बच्चों यानी कि परीक्षार्थियों को आजीवन ओ एस एस सी के परीक्षा में ना बैठने देने का अनुरोध की थी।

इसके साथ ही एसपी ने इस घटना से जुड़े दो अध्यापकों के विरुद्ध कार्रवाई करने का भी अनुरोध ओएसएससी से लगाई है | एसपी के अनुरोध के बाद तुरंत कदम उठाते हुए ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने 55 बच्चों पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

पता चला कि लीक किया हुआ प्रश्नपत्र को यह लोग पैसे देकर खरीदे थे। यहां उल्लेखनीय है कि ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन आज अपने ऊपर से पल्ला क्यों झाड़ रहा है। यहां सबसे बड़ा सवाल है कि जो बच्चे परीक्षा देने वाले थे उनका नाम और कांटेक्ट नंबर यानी कि मोबाइल नंबर कैसे प्रश्न पत्र लीक करने वालों के पास पहुंचा। कहां गलती हुई इसकी जांच आखिर कौन करेगा यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।

बच्चों पर कार्रवाई किया जा रहा है ,लोगों पर कार्रवाई किया जा रहा है ,आरोपियों को पकड़ कर जेल में भेजा जा रहा है। एक दो आरोपी नहीं बल्कि 17 आरोपी जिसमें एक महिला भी शामिल है गिरफ्तार करके जेल में भेजा गया लेकिन ओएसएससी के ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं किया जा रहा है।

जो बच्चे प्रश्नपत्र लीक मामले में शामिल है उनका नाम और उनका कांटेक्ट नंबर आरोपियों के पास कैसे पहुंचा यह तो केवल ओ एस एस सी के पास ही था रहना चाहिए। आखिर ओएसएससी पर कब कार्रवाई होगा आज अपने आप में एक बड़ा सवाल बन चुका है |

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