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Odisha News: ओडिशा के DGP को लेकर BJP ने चुनाव आयोग से की ये मांग, पुलिस पर चुनावी हिंसा नहीं रोक पाने का लगाया आरोप

ओडिशा में चुनावी हिंसा बढ़ रही है और पुलिस इन हिंसा को रोकने में विफल रही है और राज्य में पुलिस बीजद के लिए काम कर रही है। कुछ पुलिस अधिकारी खुलेआम बीजद का सहयोग कर रहे हैं। ये आरोप ओडिशा की भारतीय जनता पार्टी ने लगाए हैं और पार्टी ने ओडिशा के मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात कर राज्य के डीजीपी को तुरंत हटाने की मांग की है।

By Sheshnath Rai Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Sun, 19 May 2024 04:21 PM (IST)
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ओडिशा के DGP को BJP ने तुरंत हटाने की चुनाव आयोग से की मांग (File Photo)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। राज्य में पुलिस बीजद के लिए काम कर रही है और कुछ पुलिस अधिकारी खुलेआम बीजद का सहयोग कर रहे हैं। यही कारण है कि राज्य में चुनावी हिंसा बढ़ रही है और पुलिस इन हिंसा को रोकने में विफल रही है।

भारतीय जनता पार्टी ने ओडिशा के मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात की और मांग की। आंध्र प्रदेश की तर्ज पर ओडिशा के पुलिस महानिदेशक को बदला जाए। भारतीय जनता पार्टी ने ओडिशा में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अन्य चरणों के मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से कराने का आह्वान किया है।

राज्य उपाध्यक्ष गोलक महापात्र ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से की बातचीत

ओडिशा भाजपा के उपाध्यक्ष गोलक महापात्र के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की और पुलिस की निष्क्रियता तथा बीजद के साथ सहयोग का सबूत दिया। भाजपा ने आरोप लगाया कि ओडिशा में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से खराब हो गई है।

चुनाव हारने के डर से हताश बीजद सरकारी मशीनरी और बल का दुरुपयोग कर भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले कर रही है। चुनावी हिंसा में भाजपा के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जबकि पार्टी के दो उम्मीदवारों की हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है।

इन बूथों पर हुई हिंसक घटनाएं

इसके बावजूद पुलिस कोई अनुकरणीय कार्रवाई नहीं कर रही है। इसलिए भाजपा की मांग है कि डीजीपी को तत्काल बदला जाए। भारतीय जनता पार्टी ने निर्वाचन आयोग का ध्यान इस तथ्य की ओर दिलाया। ओडिशा में पहले चरण के मतदान के दौरान गंजाम, नवरंगपुर, रायगढ़ और गजपति जिलों तथा राज्य के अन्य जिलों में बड़ी संख्या में हिंसा की घटनाएं हुई हैं।

करीब 80 बूथों पर चुनावी हिंसा देखने को मिली है। बीजद के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के दो उम्मीदवारों पर जानलेवा हमला किया। इसमें बीजू जनता दल के नेता शामिल हैं। खल्लीकोट के श्रीकृष्णशरणपुर गांव में बीजद के करीब 20-30 ने उन पर हमला किया था।

गांव में बैनर लगा रहे भाजपा कार्यकर्ता दिलीप पाहन पर हमला कर दिया जिसमें उनकी मौत हो गई और पार्टी के चार अन्य कार्यकर्ता घायल हो गए।खलिकोट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस स्टेशन के सामने भी हुआ था हमला

इसी तरह, ओडिशा में पहले चरण के चुनाव के दौरान, बरहमपुर के सांसद उम्मीदवार प्रदीप पाणिग्रही पर पुलिस की मौजूदगी में गोसाणीनुआगांव पुलिस स्टेशन के सामने हमला किया गया था। लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया और बस चुप रही। परिणामस्वरूप, पाणिग्रही को एम्स, भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया।

गोसाणीनुआगांव पुलिस स्टेशन में भी मामला दर्ज किया गया है। 15 मई को टिटलागढ़ के भाजपा उम्मीदवार नवीन जैन अपने समर्थकों के साथ सइंतला प्रखंड अंतर्गत तेंडीपल्ली गांव से एक सामाजिक कार्यक्रम खत्म कर लौट रहे थे, बीजद के गुंडों ने उन पर जानसेवा हमला किया।

बीजद पर लगा आरोप

बीजद के गुंडों ने रास्ते पर उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और लहुलूहना कर दिया। किसी तरह से विधायक उम्मीदवार नवीन जैन जान बचाकर वहां से निकलने में सफल रहे। हालांकि उनके समर्थक डोलमणि बस्तिया और लबेंद्र बेहरा को बीजद के गुंड्डों ने हथियार दिखाकर जबरन अगवा कर लिया।

बीजद कार्यकर्ताओं ने आठगढ़, भुवनेश्वर और बरगढ़ में हार के डर से भाजपा कार्यकर्ताओं पर बार-बार हमले कर रहे हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि बीजद के राज्य के कई हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकाकर उन्हें चुप कराने की कोशिश की जा रही है।

भाजपा ने राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्रवाई की मांग की

भाजपा ने राज्य निर्वाचन अधिकारियों से इन सभी मामलों में पुलिस की निष्क्रियता की शिकायत की तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। आंध्र प्रदेश में शांति बनाए रखने में पुलिस विफल रहने के बाद वहां के डीजीपी का तबादला किया गया। इसी तरह ओडिशा में पहले चरण के चुनाव के बाद हिंसा हुई है।

पुलिस उसे रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। दोषियों के विरुद्ध कोई अनुकरणीय कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस बीजू जनता दल की साथी की तरह काम कर रही है। इसलिए भाजपा ने पुलिस के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई की मांग की है।

भाजपा ने पुलिस महानिदेशक से मीडिया के सामने यह सार्वजनिक करने को कहा है कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है और राज्य में चुनावी हिंसा को रोका जाए।अन्यथा, उन्हें आंध्र प्रदेश की तरह यहां से स्थानांतरित किया जाना चाहिए।

नए डीजीपी की उठाई मांग

भाजपा ने नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति के लिए लिखित में मांग की है क्योंकि पुलिस की अक्षमता के कारण राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता कस्तूरी मिश्रा, अनिल बिस्वाल, सुजीत कुमार दास, जयंत जेना, श्रीरंजन मंगराज, विश्वजीत स्वांई और सुचरिता जेनामणि शामिल थे।

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