बीजू जनता दल में शामिल हुए फाइव टी चेयरमैन तथा नवीन ओडिशा अध्यक्ष वीके पांडियन, मुख्यमंत्री ने दिया आशीर्वाद
ओडिशा की राजनीति को लेकर चल रहीं तमाम अटकलों के बीच फाइव टी चेयमैन तथा नवीन ओडिशा अध्यक्ष वी.के.पांडियन बीजू जनता दल में शामिल हो गए। कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री पटनायक ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए जनता की सेवा करते रहने की बात कही। गौरतलब है कि वीके पांडियन ओडिशा की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय हैं ऐसे में लोगों के बीच उनकी अच्छी पैठ है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा की राजनीति में चल रही तमाम अटकलों को सही साबित करते हुए 5टी एवं नवीन ओडिशा अध्यक्ष तथा पूर्व वरिष्ठ आईएएस वी कार्तिकेयन पांडियन सोमवार को औपचारिक रूप से बीजू जनता दल (बीजद) में शामिल हो गए।
पार्टी में पांडियन का हुआ भव्य स्वागत
वह पार्टी सुप्रीमो नवीन पटनायक और पार्टी के अन्य नेताओं की उपस्थिति में नवीन निवास में बीजू जनता दल में शामिल हुए। इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री नवीन निवास में उपस्थित थे।
बीजद में शामिल होने के बाद नवीन निवास से नवीन पटनायक का आशीर्वाद लेने के बाद पांडियन राज्य पार्टी कार्यालय शंख भवन पहुंचे, जहां पर पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वीके पांडियन को सलाह दी है कि जिस प्रकार से वह आज तक जिस तरह से प्रदेश के लोगों की सेवा करते आ रहे थे, उसी तरह से आगे भी लोगों की सेवा करें। मुख्यमंत्री से आशीर्वाद लेने के बाद वह शंख भवन पहुंचे जहां पर उनका भव्य स्वागत किया गया।
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लंबे समय से लगाई जा रही थीं अटकलें
गौरतलब है कि 23 अक्टूबर 2023 को पांडियन ने आईएएस सेवा से वीआरएस ले लिए थे। भारतीय सिविल सेवा से स्वैच्छिक इस्तीफे के एक दिन बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री के पद पर 5टी (परिवर्तनकारी पहल) और 'नवीन ओडिशा' का अध्यक्ष बनाया गया था।
अटकलें लगाई जा रही थीं कि पांडियन बीजू जनता दल में शामिल होंगे और उन्हें 2024 के विधानसभा चुनावों से पहले बड़ी भूमिका सौंपी जा सकती है। मुख्यमंत्री ने आज उन तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है।
धर्मगढ़ उप-कलेक्टर के रूप में शुरू हुआ था करियर
वीके पांडियन 2000 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने धर्मगढ़ उप-कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया और बाद में विभिन्न जिलों के कलेक्टर के रूप में कार्य किया।
वह 2011 में सीएमओ में शामिल हुए और पिछले 12 वर्षों से वहां रहे। वह ओडिशा के मुख्यमंत्री के निजी सचिव थे। उन्हें 2019 में 5टी सचिव बनाया गया था।
मुख्यमंत्री के 5टी चैयरमैन और निजी सचिव के रूप में सिविल सेवा में रहने के दौरान राजनीति में भागीदारी का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने उनकी भारी आलोचना की थी।
इस साल की शुरुआत में राज्य के कई जिलों का दौरा करने और विशाल जनसभाओं में लोगों को संबोधित करने के बाद वह आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे।
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