Move to Jagran APP

Dheeraj Sahu के ठिकानों से मिले कैश के अंबार ने बनाया 'सबसे बड़ा' रिकॉर्ड, 5 दिन बाद भी नहीं खत्म हुई नोटों की गिनती

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर पिछले पांच दिनों से चल रही छापेमारी अब भी जारी है। आयकर की टीम अबतक धीरज साहू के 10 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। तीन राज्यों में की गई छापेमारी में अबतक 300 करोड़ रुपये से अधिक का कैश बरामद हो चुका है। सूत्रों की मानें तो यह आंकड़ा 500 करोड़ के पार जा सकता है।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sun, 10 Dec 2023 06:36 PM (IST)
Hero Image
Dheeraj Sahu Income Tax Raid लगभग 300 करोड़ रुपये की खेप बरामद।
जागरण ऑनलाइन डेस्क, भुवनेश्वर। Dheeraj Sahu Income Tax Raid कांग्रेस के धनकुबेर राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर पिछले पांच दिनों से चल रही छापेमारी अब भी जारी है। आयकर विभाग की टीम अबतक धीरज साहू के 10 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में की गई छापेमारी में अबतक 300 करोड़ रुपये से अधिक का कैश जब्त किया जा चुका है। सूत्रों की मानें तो यह आंकड़ा 500 करोड़ के पार जा सकता है।

आधिकारियों कहना है कि यह किसी भी जांच एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में जब्त किया गया अबतक का सबसे बड़ा काला धन है। इससे पहले इतना एक साथ बड़ा काला धन कभी बरामद नहीं किया गया है।

176 बैग में मिले नोट की गड्डियों की गिनती जारी

आयकर विभाग ने ओडिशा के बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ 6 दिसंबर को छापा शुरू हुआ था। यहां आयकर विभाग की टीम को नोटों से भरे 176 बैग मिले हैं। इनमें से 140 बैग की गिनती पूरी की जा चुकी है, जबकि बाकी बचे बैगों की गिनती अब भी जारी है।

नोटों की गिनती में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त मशीनें और कर्मचारी को तैनात किया गया है। जानकारी के मुताबिक, नोटों के गिनती के लिए 40 मशीनें और 50 से अधिक अधिकारियों को  लगाया गया है। नोटों को गिनती नहीं रुके इसके लिए अधिकारी कई शिफ्ट में काम कर रहे हैं।

ताजा जानकारी के मुताबिक, ओडिशा के बलांगीर में बौध डिस्टिलरीज के बाहर सीआईएसएफ कर्मियों को भी तैनात किया गया है।

SBI के क्षेत्रीय प्रबंधक ने क्या कहा ?

ओडिशा के SBI के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने रविवार को बताया कि हमें कुल 176 बैग मिले हैं, जिसमें से अबतक 140 की गिनती हो चुकी है। बाकी की गिनती आज की जाएगी। बैंक के तीन और हमारे 50 अधिकारी नोटों की गिनती में जुटे हुए हैं। नोटों की गिनती के लिए 40 मशीनें लाई गई हैं। अभी 25 मशीनों से नोटों की गिनती की जा रही है, जबकि 15 मशीनों को बैकअप के रूप में रखा गया है।

कानपुर के कारोबारी के यहां मिले थे 257 करोड़

आधिकारियों कहना है कि यह किसी भी जांच एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में जब्त किया गया अबतक का सबसे बड़ा काला धन है। इससे पहले इतना एक साथ बड़ा काला धन नहीं बरामद किया गया है। आयकर विभाग की हाल की बड़ी छापेमारी को देखें तो 2019 में यूपी के कानपुर में एक व्यवसायी के खिलाफ की गई छापेमारी में  257 करोड़ की नकदी जब्त की गई थी। यह छापेमारी 

कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर की गई थी। उस समय पीयूष जैन का नाम समाजवादी पार्टी के नाम से जोड़ा गया था। इसे लेकर उस समय भी उत्तर प्रदेश और देश की सियासत गरमा गई थी।

कांग्रेस और धीरज साहू की बढ़ी मुश्किलें

धीरज साहू को लेकर भी देश की सियासत गरमा गई है। भाजपा कांग्रेस से भ्रष्टाचार पर जवाब मांग रही है। खुद प्रधानमंत्री भी तंज कस चुके हैं।

कांग्रेस को इस मुद्दे पर जवाद देते नहीं बन रहा है। कांग्रेस नेता धीरज साहू के काले धन से पल्ला छाड़ते दिख रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश का कहना है कि धीरज साहू के कारोबार से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। इसके बारे में उन्हें सामने आकर चीजों को स्पष्ट करना चाहिए।

अब तक क्या क्या हुआ?

  1. झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी।
  2. विभिन्न ठिकानों से अबतक 300 करोड़ से अधिक की संपत्ति हुई बरामद।
  3. ओडिशा के बौध डिस्टिलरीज परिसर से मिले नोट की गड्डियों से भरे 176 बैग।
  4. बौध डिस्टिलरीज से मिले बैग से 350 करोड़ रुपये मिलने की संभावना।
  5. ज्वैलरी से भरे 3 सूटकेश मिलने का भी किया जा रहा दावा।
  6. एक ऑपरेशन में अबतक का सबसे अधिक काला धन मिला।
  7. ओडिशा के सरकारी बैंकों में जमा कराई जा रही जब्त की गई संपत्ति।
  8. शराब कारोबार के कई ठिकानों पर भी हो सकती है छापेमारी।
यह भी पढ़ें: Odisha News: 'ओडिशा में बड़ी मात्रा में बेनामी धन मिलना काफी आश्चर्यजनक', धर्मेंद्र प्रधान बोले- जनता से लूटे गए एक-एक पैसे की होगी वसूली

Dheeraj Sahu News: रविवार होने पर भी नोटों की गिनती जारी, अभी बाकी हैं 70 बैग; पांचवें दिन भी छापेमारी कर रहा आयकर विभाग

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।