उड़ीसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश होंगे जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह, कई सालों का है अनुभव, पिछले पांच वर्षों में दिए 562 फैसले
उड़ीसा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के सेवानिवृत्त हो जाने के बाद से तीन अक्टूबर से मुख्य न्यायाधीश का पद खाली है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह के नाम की सिफारिश की है। वह इस वक्त पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं। उनके पास कई सालों का अनुभव है और वह पिछले पांच वर्षों में 562 फैसले दिए हैं।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 03 Nov 2023 11:31 AM (IST)
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह को उड़ीसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की। उड़ीसा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद जस्टिस सुभाशीष तालपत्र की सेवानिवृत्ति के बाद तीन अक्टूबर से खाली है।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में जस्टिस संजय किशान कौशल और जस्टिस संजीव खन्ना को लेकर गठित कॉलेजियम ने पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह को उड़ीसा उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की है।
पटना हाई कोर्ट से शुरू की थी वकालत
20 जनवरी, 1963 को जन्मे जस्टिस शरण सिंह (60) ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल करने के बाद जनवरी 1990 में पटना उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की थी।उन्होंने 22 वर्षों तक बिहार सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में कार्य किया है। उन्हें 5 अप्रैल, 2012 को पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
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पिछले पांच सालों में दिए 562 फैसले
पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पिछले 11 वर्षों में उन्होंने कुल 1246 मामलों की सुनवाई की और फैसला सुनाया है। इसमें से पिछले पांच वर्षों में 562 फैसले दिए हैं।
अपनी सिफारिश में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बताया है कि उनकी उच्च शैली की पेशेवर नैतिकता, आदर्श, अखंडता और प्रतिष्ठा को देखते हुए वह उड़ीसा उच्च न्यायालय के सबसे योग्य मुख्य न्यायाधीश हैं।
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