उत्तरकाशी के टनल में फंसे ओडिशा के चार श्रमिक पहुंचे भुवनेश्वर, एयरपोर्ट पर दिल खोलकर हुआ स्वागत; एक के कल लौटने की है जानकारी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल में 17 दिनों तक फंसे रहे ओडिशा के पांच श्रमिकों में से 4 श्रमिक शुक्रवार को भुवनेश्वर पहुंचे हैं। एक के कल लौटने की जानकारी मिली है। भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर श्रमिकों का भव्य स्वागत किया गया। श्रम मंत्री शारदा नायक एवं श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे श्रमिकों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी थे।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल से पुर्नजन्म मिलने के बाद ओडिशा के पांच श्रमिकों में से 4 श्रमिक शुक्रवार को भुवनेश्वर पहुंचे हैं। अन्य एक श्रमिक के शनिवार को लौटने के बारे में जानकारी मिली है। भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर श्रमिकों का भव्य स्वागत किया गया। एयरपोर्ट से श्रमिकों को सर्किट हाउस लिया गया। यहां पर उनके लंच की व्यवस्था की गई थी। सर्किट हाउस में लंच एवं विश्राम करने के बाद वे अपने-अपने घर को वापस लौट गए हैं।
श्रमिकों को वापस लौटाकर बहुत खुश हूं: श्रम मंत्री
जानकारी के मुताबिक, श्रम मंत्री शारदा नायक एवं श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर पहुंचे इन चार श्रमिकों के साथ उनके परिवार के भी सदस्य थे। एयरपोर्ट पर सभी भव्य स्वागत किया गया।
मंत्री शारदा नायक ने कहा है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर घटना पर नजर रखी जा रही थी। 23 को मुख्यमंत्री कार्यालय से हमें बुलाया गया। मुख्यमंत्री के पास श्रमिकों के परिवार के लोग थे।
मुझे कहा गया कि आप परिवार के सदस्यों को लेकर मौके पर जाइए। मैं परिवार के सदस्यों के लेकर वहां पर गया। आज सभी श्रमिकों को सुरक्षित लेकर वापस लौटा हूं। मुझे आज बहुत खुशी हो रही है।
फाइव टी सचिव ने की श्रमिकों से फोन पर बात
अपने परिवार के साथ भुवेश्वर पहुंचे चार श्रमिकों में मयूरभंज तिरिंग थाना कुलडिहा गांव के राजू नायक, बांगिरीपोशी बेधकू गांव के धीरेन नायक, विशेश्वर नायक एवं नवरंगपुर के भगवना बत्रा शामिल हैं।
गुरुवार को फाइव टी एवं नवीन ओडिशा अध्यक्ष वी.के.पांडियन ने सभी श्रमिकों के साथ फोन पर बात की थी और स्वास्थ्य की जानकारी ली थी।
WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें.
श्रमिकों ने सरकार का जताया आभार
श्रम मंत्री शारदा नायक ओड़िआ श्रमवीर एवं उनके परिवार तथा अन्य अधिकारियों को साथ लाने का दायित्व दिया गया। इसके बाद सभी श्रमिकों को कार के जरिए दिल्ली ओडिशा भवन लाया गया। यहां पर रात्रि मिश्राम किए। ऋषिकेश एम्स में श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण किए जाने के बाद ओडिशा सरकार को श्रमिकों को सौंप दिया गया।
श्रमिकों ने अपने नए जीवन के लिए उत्तराखंड सरकार, भारत सरकार एवं ओडिशा सरकार के प्रति आभार प्रकट किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, फाइव टी अध्यक्ष को धन्यवाद देते हुए कहा है कि घर लौटकर बहुत खुशी लग रही है।
यह भी पढ़ें: कैसे नवीन पटनायक के करीबी बने वी.के. पांडियन, ओडिशा के धर्मगढ़ से हुई थी नौकरशाही करियर में एंट्री