Odisha News: मेजर की महिला मित्र का थाने में हुआ था उत्पीड़न, अब एक्शन में सीएम माझी; 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज
ओडिशा में भुवनेश्वर के भरतपुर थाने की पुलिस पर एक सैन्य अधिकारी (मेजर) और उनकी महिला मित्र ने पिटाई दुर्वयवहार और यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर रिहा होने के बाद महिला ने लोगों को आपबीती सुनाई। इससे पहले पीड़ित सैन्य अधिकारी ने भी महिला का उत्पीड़न किए जाने की बात कही थी।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा में भुवनेश्वर के भरतपुर थाने की पुलिस पर एक सैन्य अधिकारी (मेजर) और उनकी महिला मित्र ने पिटाई, दुर्वयवहार और यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर रिहा होने के बाद महिला ने लोगों को आपबीती सुनाई।
इससे पहले पीड़ित सैन्य अधिकारी ने भी महिला का उत्पीड़न किए जाने की बात कही थी। महिला के सिर, जबड़े समेत शरीर में कई जगह चोट के भी निशान हैं। शुक्रवार को ही सेना अधिकारी और पीड़ित महिला की ओर से इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
ओडिशा के सीएम ने लिया संज्ञान
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही अपराध शाखा से जांच कराने के निर्देश दे चुकी है। संबंधित पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की गई है। इस मुद्दे को लेकर सेना के वरिष्ठ अधिकारी सरकार और पुलिस के लगातार संपर्क में हैं।सेना के लोग इस मुद्दे को लेकर लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं विपक्षी दल इस मुद्दे पर लगातार सरकार को घेर रहे थे। महिला व सैन्य अधिकारी का आरोप है कि 14 सितंबर की रात गुंडों के एक समूह द्वारा कार का पीछा किए जाने के बाद वे दोनों थाने पहुंचे थे, लेकिन वहां मदद औऱ कार्रवाई करने के बजाय पुलिसकर्मियों ने रात भर उन्हें ही थाने में प्रताड़ित किया।
महिला ने पुलिसकर्मियों पर लगाए गंभीर आरोप
महिला का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसके कपड़े उतरवाए और देर रात थाने में हाथ-पैर बांधकर उन्हें लात-जूतों से बुरी तरह मारा-पीटा। महिला ने यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। इस दौरान सेना अधिकारी को लाकअप में डाल दिया गया था।पीडि़त महिला का कहना है कि विरोध करने पर पुलिसवालों ने दुर्व्यवहार का झूठा आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस पर लगाए गए गंभीर आरोपों को देखते हुए गुरुवार को हाई कोर्ट ने उसे जमानत दे दी।
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