8 जुलाई को नहीं खुलेगा पुरी जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार, कानून मंत्री बोले- भ्रम फैलाने वाले अफसर पर होगी कार्रवाई
राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचन्दन ने बुधवार को इस संबंध में कहा कि रत्न भंडार कब खोला जाएगा अब तक निर्णय नहीं हुआ है। एक एएसआई अधिकारी ने इस बारे में भ्रम उत्पन्न किया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी ने अपनी गलती छिपाने के लिए इस तरह की टिप्पणी की है। संबंधित एएसआई अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पुरी जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार के बारे में जानने के लिए ओडिशा ही नहीं पूरे देश-दुनिया में रहने वाले प्रभु के भक्त प्रतीक्षा में हैं। आगामी रथयात्रा के समय रत्न भंडार खोला जाएगा, यह बात पहले कई बार कही जा चुकी है। रत्न भंडार में कितने आभूषण हैं, उसकी जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।
हालांकि, रत्न भंडार कब खोला जाएगा, उस संदर्भ में अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। राज्य कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचन्दन ने बुधवार को इस संबंध में कहा कि रत्न भंडार कब खोला जाएगा, अब तक निर्णय नहीं हुआ है।
रत्न भंडार को लेकर अधिकारी ने भ्रम फैलाया : मंत्री
कानून मंत्री हरिचन्दन ने कहा कि रत्न भंडार खोलने को लेकर छत्तीस नियोग बैठक में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। 8 जुलाई के दिन रत्न भंडार खोलने को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है। एक एएसआई अधिकारी ने इस संदर्भ में भ्रम उत्पन्न किया है।उन्होंने कहा कि अधिकारी ने अपनी गलती छिपाने के लिए इस तरह की टिप्पणी की है। संबंधित एएसआई अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रत्न भंडार कब खुलेगा, इस पर अनुध्यान कर निर्णय लिया जाएगा।
अधिकारी ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि डीवी गड़नायक ने (आज बुधवार को) कहा था कि 8 जुलाई को रत्न भंडार खोला जाएगा। उनकी सूचना के मुताबिक, कोर कमेटी एवं तकनीकी कमेटी के सदस्य की उपस्थिति में रत्न भंडार खोला जाएगा। रत्न भंडार के बाहरी पार्श्व की दीवार की लेजर स्कैनिंग की गई है।स्कैनिंग से दीवार में दरार होने की बात पता चली है। इससे रत्न भंडार के अंदर पानी रिसाव कर रहा है। अनुध्यान के बाद रत्न भंडार की मरम्मत कराई जाएगी। रत्न भंडार अनुध्यान एवं जांच के लिए एएसआई की तरफ से 14 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
2018 में की गई जांच की रिपोर्ट के मुताबिक, रत्नभंडार के बाहर एवं अंदर जो कुछ समस्या है, उसकी मरम्मत करने के साथ रत्न भंडार के भीतर रहने वाले सोने के आभूषण की गिनती की जाएगी। हालांकि, श्रीमंदिर प्रशासन, प्रशासनिक कमेटी की उपस्थिति में एएसआई की टीम 8 दिन के भीतर यह काम समाप्त करने का प्रयास करेगी।यह भी पढ़ें -
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