Odisha News: जहां रखी थी EVM... वहां फोड़ा गया बम, सुंदरगढ़ जिला निर्वाचन उपमंडल अधिकारी पर लगे गंभीर आरोप
सुंदरगढ़ जिले के निर्वाचन उपमंडल अधिकारी सुश्री प्रधान पर विभिन्न राजनीतिक दलों ने गंभीर आरोप लगाया हैं कि वे चुनावी तैयारी से जुड़े हर काम में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की अनदेखी कर रहे हैं। राजनैतिक दलों ने कहा कि वे कोई भी प्रस्ताव या राय स्वीकार नहीं करते है। इसके अलावा ईवीएम और वीवीपैट उपकरण गोदाम परिसर जैसे अति संवेदनशील क्षेत्र में पटाखा फोड़ने की भी खबर आई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला। सुंदरगढ़ जिला निर्वाचन उपमंडल अधिकारी सुश्री प्रधान पर विभिन्न राजनीतिक दलों ने गंभीर आरोप लगाया है। वे चुनावी तैयारी से जुड़े हर काम में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की अनदेखी कर रहे हैं।
कोई प्रस्ताव या राय स्वीकार नहीं करते है। यहां तक की ईवीएम और वीवीपैट उपकरण गोदाम परिसर जैसे अति संवेदनशील क्षेत्र में विस्फोटकों पर पूरी तरह से प्रतिबंध होने के बावजूद उन्होंने 12 नवंबर 2023 की शाम 6 बजे यहां पर पटाखा फोड़ा था।
मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजी पटाखा फोड़ने की वीडियों
इस संबंध में जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष परशुराम सराफ, भाजपा जिला सचिव भेषेज रथ, भाजपा राज्य कानूनी मोर्चा के सदस्य प्रभात कुमार नंद, बीजद के लीलाधर कालो, भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार भितिरिया आदि ने भारतीय चुनाव आयोग और ओडिशा मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखित रूप से सूचित करने के साथ पटाखा फोड़ने वीडियो फुटेज भेजी है।
प्रतिनिधिमंडल ने की मामले जांच की मांग की
प्रतिनिधिमंडल ने मामले की जांच कर संबंधित अधिकारियों पर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की। चुनाव आयोग में दर्ज शिकायत के मुताबिक पहले चरण की ईवीएम, वीवीपैट जांच का काम शंकरा स्थित गोदाम में पूरा होने के बाद खुशी के तौर पर पटाखा फोड़ा गया था। हालांकि राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों ने मना किया, लेकिन वह नहीं माने।
राजनीतिक प्रतिनिधियों अनुपस्थिती में खोली ईवीएम
किसी भी परिस्थिति में राजनीतिक दल के प्रतिनिधि की अनुपस्थिति में ईवीएम, वीवीपैट गोदाम नहीं खोला जाना चाहिए। लेकिन, अधिकारी ने राजनीतिक प्रतिनिधियों का इंतजार किये बगैर गोदाम खोल दी हैं।
सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए कुछ ईवीएम और वीवीपैट को 6.3.2024 को सुबह 10 बजे गोदाम से ले जाया गया। लेकिन उनकी कोई भी सूची राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को नहीं दी गयी।
आरोपों को किया खारिज
इस संबंध में जब निर्वाचन उपमंडल पदाधिकारी सुश्री प्रधान से पूछा गया तो उन्होंने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि नियमों के मुताबिक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में गोदाम खोले जाते हैं।
जो ईवीएम या वीवीपैट हटाये गये हैं उनकी सूची प्रतिनिधियों को दे दी गयी है। हालांकि, उन्होंने कहा कि जब गोदाम क्षेत्र में पटाखा फोड़ा गया उस समय वे वहां नहीं थे।
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