भाजपा ने ओडिशा में सत्ता संभालते ही श्रद्धालुओं को अच्छी खबर दे दी है। लंबे समय से जिस बात का इंतजार था उसका आज अंत हो गया है। जगन्नाथपुरी मंदिर के चारों कपाट खोल दिए गए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के साथ मंत्रिमंडल के सदस्य भी उपस्थित रहे। बता दें कि गेट को कोरोना काल से ही बंद रखा गया था।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार गुरुवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव, प्रभाति परिडा और नए मंत्रिपरिषद के सदस्यों की उपस्थिति में गुरुवार को पुरी सिंह द्वार के साथ ही बंद पड़े अन्य तीन द्वार के कपाट को भक्तों के लिए खोले गए।
चारों द्वार सिंहद्वार, पश्चिम द्वार, उत्तर द्वार एवं दक्षिण द्वार खुलने से श्रद्धालु बिना किसी बाधा के मंदिर में दर्शन कर रहे हैं। इस मौके पर पुरी के सांसद संबित पात्रा, बालेश्वर के सांसद प्रताप चंद्र षाड़ंगी और पार्टी के अन्य मंत्री तथा नेता भी मौजूद थे।
मंदिर के चारों द्वार खुलने से भक्त एवं भगवान के बीच रहने वाला प्रतिबंधक अब हट गया है। इससे अब बिना किसी बाधा के मंदिर में जाकर भक्त महाप्रभु के दर्शन कर रहे हैं।
पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खुलने पर अपनी प्रतिक्रिया में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा है कि महाप्रभु की कृपा एवं करुणा से राज्य में नई सरकार बनी है। महाप्रभु के आशीर्वाद से आज चारों द्वार खोले गए हैं। दर्शन करने के साथ ही मंदिर के अंदर एवं बाहर की स्थिति का हमने अनुध्यान किया है।
भक्तों के अनुशासित एवं आराम से दर्शन हो इसके लिए जरूरी कदम हमारी सरकार द्वारा उठाया जाएगा। पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों दरवाजे खोलने का बड़ा फैसला बुधवार को कैबिनेट की बैठक में लिया गया था।
बाद में पुरी मंदिर प्रबंधन समिति की आपात बैठक हुई। इसमें कपाट खुलने के बाद क्या व्यवस्था की जाएगी, इस पर विस्तृत चर्चा हुई।
24 नवंबर 2021 को बंद कर दिया गया था द्वार
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार को भक्तों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। इसके बाद 24 नवंबर 2021 को परिक्रमा परियोजना के शिलान्यास के समय मुख्य द्वारा को छोड़कर तीन द्वार को बंद कर दिया गया था।
तीन फरवरी 2022 को केवल सिंहद्वार सेभक्त मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे, राज्य सरकार ने निर्णय लिया। केवल सिंहद्वार से भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति होने से भक्तों को देर तक मंदिर के बाहर कतार में खड़ा होना पड़ता था। इससे पुरी शहर एवं स्थानीय मठ मंदिर के श्रद्धालुओं को ज्यादा असुविधा हो रही थी।कुछ समय बाद मंदिर के चारों द्वार खोलने की मांग हुई और इसे लेकर विरोध प्रदर्शन एवं आंदोलन भी हुआ। पुरी के लोग एवं विभिन्न संगठन तथा राजनीतिक दल की तरफ पुरी बंद किया गया। इसके बाद सरकार ने 24 जुलाई 2023 को केवल सेवक एवं पुरी के लोगों के लिए पश्चिम द्वार खोला।
हालांकि, सिंह द्वार की तरफ से बैरिकेड लगाने से बुजुर्ग, महिला एवं बच्चों को असुविधा का सामना करना पड़ता था। परिक्रमा परियोजना की आड़ में पूर्व राज्य सरकार ने भक्तों के लिए चार द्वार प्रवेश बंद किया था। 27 जनवरी 2024 को परिक्रमा परियोजना का लोकार्पण हुआ फिर भी सभी द्वार नहीं खोले गए।ऐसे में पश्चिम द्वार से घूस लेकर भक्तों को मंदिर के अंदर प्रवेश कराए जाने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद पुरी जगन्नाथ मंदिर के सेवक एवं प्रबंधन कमेटी ने चारों द्वार खोलने की मांग की। हालांकि कोई लाभ नहीं हुआ। सब कुछ जानकर राज्य सरकार चुप बैठी रही।
पूरी हुई श्रद्धालुओं की मनोकामना : मुख्यमंत्री
जासं, भुवनेश्वर : ओडिशा में भाजपा की सरकार बनने के तुरंत बाद पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार भक्तों के लिए खोलने का निर्णय लिया गया। खुद मुख्यमंत्री सुबह-सुबह महाप्रभु के दर पर आशीर्वाद लेने पहुंचे। मंदिर के चारों द्वार खोले जाने पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लंबे समय से चला आ रहा इंतजार आज खत्म हो गया है, इसके साथ ही भक्तों की मनोकामना पूर्ण हुई है।
मुख्यमंत्री ने सुबह सुबह मंगल आरती के बाद भगवान जगन्नाथ के दर्शन कर आशीर्वाद लिए। उन्होंने मंदिर परिसर में घूमकर पार्श्व देवी-देवताओं का भी आशीर्वाद लिया। मंदिर के आसपास की स्थिति का जायजा लिया।मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने कहा कि लंबे इंतजार का अंत हो गया है और श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी हुई हैं। हालांकि मंगल आरती के बाद सुबह मंदिर के चारों द्वार खोल दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ओड़िया के प्राण केंद्र हैं महाप्रभु। भगवान से भक्तों को कोई अलग नहीं कर सकता है। यह नई भाजपा सरकार है।
पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने पीएम और सीएम के प्रति जताया आभार
जासं, भुवनेश्वर : पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार गुरुवार से खोले जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय बालुका शिल्पी पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के प्रति आभार प्रकट किया है।पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने अपने एक्स हैंडल में लिखा है कि वादा के अनुसार श्री जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खोले जाने से श्रद्धालुओं के मन में खुशी की लहर है।
इसके साथ ही चारों द्वार खुलने से हर दिन यहां आ रहे हजारों भक्तों को दर्शन करने में सुविधा मिलेगी। राज्य सरकार के इस निर्णय का पुरी के लोगों के साथ ही करोड़ जगन्नाथ भक्तों ने खुशी जाहिर की है।
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