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फूल गया था 15 दिन के शिशु का पेट, हकीम ने इलाज के नाम पर गर्म सलाखों से दागा; जल गया बच्चा

Odisha News ओडिशा में अंधविश्वास का खेल अभी भी जारी है। जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद ओडिशा के दूरदराज के इलाकों में लोग अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं। 15 दिन का शिशु अपच से पीड़ित था जिसके कारण उसका पेट फूल गया था। झोलाछाप डॉक्टर ने इलाज के नाम पर कथित तौर पर शिशु के पेट को गर्म लोहे से 12 बार दाग दिया।

By Jagran NewsEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sun, 29 Oct 2023 11:45 AM (IST)
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फूल गया था 15 दिन के शिशु का पेट, हकीम ने इलाज के नाम पर गर्म सलाखों से दागा; जल गया बच्चा

संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। अंधविश्वास के पराकाष्ठा में हुई एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। नयागढ़ जिले के दसपल्ला पुलिस सीमा के अंतर्गत बैजर गांव में एक 15 दिन के शिशु को गर्म लोहे की सलाखों से दागा गया।

झोलाछाप डॉक्टर ने पेट पर लगाया गर्म लोहा

बताया जा रहा है कि नवजात अपच (बदहजमी) से पीड़ित था, जिसके कारण उसका पेट फूल गया था। शुक्रवार को उसके पिता दामोदर मलिक उसे एक झोलाछाप डॉक्टर( हाकिम) के पास ले गए, जिसने कथित तौर पर शिशु के पेट को गर्म लोहे से 12 बार दागा।

गंभीर रूप से जल गया बच्चा

नतीजा यह हुआ कि बच्चा गंभीर रूप से जल गया और बेहोश हो गया। इसके बाद दामोदर उसे नजदीकी बनिगोछा स्वास्थ्य केंद्र ले गया, लेकिन जलने की चोट की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे दासपल्ला अस्पताल रेफर कर दिया।

दामोदर कथित तौर पर दासपल्ला अस्पताल नहीं पहुंचा। इस बीच, बनिगोचा स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने पुलिस को सूचित किया, जिन्होंने दामोदर और शिशु की तलाश शुरू की।

हालांकि, रिपोर्ट दर्ज होने तक दोनों का पता नहीं चल सका था। अंधविश्वासों के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद, ओडिशा के दूरदराज के इलाकों में बीमार शिशुओं को ठीक करने के नाम पर आज भी गर्म धातु से दागने की प्रथा व्यापक रूप से प्रचलित है।

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