कार्तिक के पवित्र पंचक पर सुनसान रहा धवलेश्वर पीठ, झूला पुल के कारण रुका आवागमन
कार्तिक महीने के पवित्र पंचक के अवसर पर धवलेश्वर पीठ में पूरी तरह से सुनसान रहा। भक्तों को बाबा के दर्शन के लिए सड़क किनारे बड़े एलइडी स्क्रीन लगाये गए हैं। धवलेश्वर झूला पुल को आवागमन के लिए सुरक्षित ना होने से पुल धारा 144 जारी कर दी गई है
कटक, जागरण संवाददाता। कार्तिक महीने के पवित्र पंचक के अवसर पर प्रत्येक वर्ष श्रद्धालुओं के समागम से सटे रहने वाले धवलेश्वर पीठ (Baba Dhavaleshwar Peeth) में पूरी तरह से सुनसान रहा। तय समय के अनुसार बाबा की रीति-नीति चल रही है और मंत्र जाप किया जा रहा है, बाबा के धाम में भक्तों के आवागमन पर सख्त प्रशासनिक पहरा लगा दिया गया है। हालांकि भक्तों को बाबा के दर्शन के लिए सड़क किनारे बड़े एलइडी स्क्रीन लगाये गए हैं और भक्त एलइडी के जरिए ही बाबा के दर्शन कर रहे हैं।
झूला पुल पर आवागमन असुरक्षित, धारा 144 जारी
धवलेश्वर पीठ को जोड़ने वाले धवलेश्वर झूला पुल को आवागमन के लिए सुरक्षित ना होने से पुल एवं धवलेश्वर पीठ के आस-पास धारा 144 जारी कर दी गई है। धववेश्वर पीठ परिसर में सुरक्षा के मद्देनजर 10 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है। कटक के ग्रामीण एसपी ने बताया कि 10 प्लाटून पुलिस बल के साथ ही 6 एसडीपीओ और 12 आईआईसी सुरक्षा कार्य में लगे हुए हैं।
भोर 3 बजे खोला गया दरवाजा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज पंचक के पहले दिन भोर 3 बजे मंदिर का दरवाजा खोला गया। इसके बाद सुगंधित जल से बाबा को स्नान कराया गया। फिर मंगल आरती सम्पन्न होने के बाद भोग लगाया गया। इसके बाद जनता के दर्शन के लिए दरवाजे खोल दिए गए। हालांकि भक्तों के मंदिर जाने पर प्रतिबंध लगाए जाने से मंदिर परिसर सुनसान नजर आया।
एलइडी स्क्रीन पर भक्त कर रहे हैं दर्शन
प्रशासन की मनाही के बावजूद आज सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाबलेश्वर पीठ पहुंच गए हैं। जहां पुलिस सड़क पर पहरा दे रही है, वहीं मुख्य सड़क गेट पर लगे धवलेश्वर गेट से लगे एलइडी स्क्रीन पर भक्त व कार्तिक भक्त बाबा का दर्शन कर रहे हैं।
हालांकि यहां पर किसी भी प्रकार की पूजा या भोग वर्जित है। भक्त चाहें तो पूजक के माध्यम से भोग मंदिर के लिए भेज सकते हैं इसकी व्यवस्था की गई है। भक्तों के बाबा का दर्शन करने के लिए एक एलईडी लगाई गई है।
200 भक्तों के दर्शन करने के लिए भेजने का निर्णय
गौरतलब है कि गुजरात त्रासदी के बाद पिछले 31 तारीख से धवलेश्वर पीठ में भक्तों के दर्शन को लेकर द्वंद की स्थिति बनी हुई थी। मोरबी दुर्घटना के तुरंत बाद, धवलेश्वर के झूला पुल की जांच की गई और पहले 200 भक्तों दर्शन करने के लिए भेजने का निर्णय लिया गया मगर मरम्मत के लिए पुल को एक दिन के लिए बंद कर दिया
गया और फिर उसी शाम प्रशासन ने अचानक से 144 धारा जारी कर दी। इसके साथ ही सूचना दी गई कि इस बार धवलेश्वर की यात्रा रोक दी गई है। प्रशासन के इस निर्णय के बाद भक्तों के बीच कड़ी नाराजगी देखी गई, जिससे प्रशासन ने एलइडी के जरिए बाबा के दर्शन करने व्यवस्था की है।
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