बांग्लादेश से ओडिशा पहुंची युवक की गर्लफ्रेंड, कहा- पत्नी बनाओ नहीं तो प्राइवेट फोटोज दिखा दूंगी सबको; पुलिस से मांगी मदद
बांग्लादेश की रूमा मरियम अपने प्रेमी कामरदा पुलिस थाना क्षेत्र के बुधकुसुमी के बीरेंद्र प्रताप से शादी रचाने के लिए ओडिशा आ पहुंची है। बीरेंद्र के घरवालों ने उसे लौट जाने के लिए कहा लेकिन वह उसकी पत्नी बनकर रहना चाहती है। मरियम का कहना है कि बीरेंद्र उससे मिलने बांग्लादेश गया और तब दोनों के बीच शारीरिक संबंध बना था।
संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल, ओडिशा। अपने प्यार को वापस पाने के लिए बांग्लादेश से एक युवती अपने प्रेमी की तलाश में ओडिशा के बालेश्वर जिला पहुंच गई। उसका नाम रूमा मरियम है, जिसकी उम्र 25 वर्ष है। मरियम का घर बांग्लादेश के बरधना जिले के अमटोली इलाके में है। भारत से वीजा मिलने के बाद शनिवार को वह बालेश्वर जिले के भोगराई प्रखंड के कमर्दा पुलिस थाने के अंतर्गत बुढ़ाकुसुमी गांव में अपने प्रेमी के घर आई थी।
बांग्लादेश में प्रेमी ने इस्लामिक रीति से की थी शादी
हालांकि, वहां मरियम को बीरेंद्र के घरवालों ने वापस अपने देश लौट जाने को कहा और बीरेंद्र से नही मिलने दिया। कथित तौर पर वहां से प्रताड़ित किए जाने के बाद उसने रविवार शाम बालेश्वर के एसपी से संपर्क किया।
रूमा की शिकायत के अनुसार, छह साल पहले फेसबुक के माध्यम से उसका अपने प्रेमी बीरेंद्र प्रताप के साथ प्रेम संबंध बना था।
दोनों के बीच प्रेम संबंध गहरा होने के बाद बीरेंद्र ने छह वर्ष पहले बांग्लादेश जाकर रूमा से मुलाकात की और बांग्लादेश के बक्सबाजार में मौलाना की मौजूदगी में दोनों ने इस्लामिक रीति-रिवाजों के अनुसार शादी कर ली।
रूमा के साथ पांच साल वहां बिताने के बाद बीरेंद्र ने एक साल पहले रूमा से अपने गांव में कुछ दिन बिता कर वापस लौटने का वादा कर अपने गांव आने के बाद वापस रूमा के पास नही लौटा।
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प्रेमिका से रिश्ता तोड़कर कर ली दूसरी शादी
बाद में रूमा को यह भी पता चला कि बीरेंद्र ने उससे सारे संबंध तोड़ने के बाद दूसरी शादी कर ली है। बीरेंद्र से संपर्क का कोई ज़रिया न मिलने पर मरियम शनिवार को बालेश्वर पहुंची और सीधे बीरेंद्र के घर पहुंच गई।
रूमा ने पत्नी की पहचान के लिए शादी से जुड़े तमाम सर्टिफिकेट, दोनों के अंतरंग पलों के फोटो और वीडियो इकट्ठा कर भारत आने के लिए वीजा के लिए आवेदन किया।
प्रेमी ने परिजनों ने घर से भगाया
वीजा मिलने के बाद वह शनिवार को पश्चिम बंगाल पहुंची और वहां से ट्रेन से बालेश्वर पहुंची, बालेश्वर पहुंचने के बाद वह भोगराई ब्लॉक अंतर्गत कमर्दा थाना क्षेत्र के बुढ़ाकुसुमी गांव में स्थित बीरेंद्र के घर पहुंच गई।
हालांकि, जब बीरेंद्र के परिजनों ने उसे भगा दिया तो वह अपने एक सहयोगी की मदद से रविवार को बालेश्वर एसपी से मिलने पहुंची। रूमा ने कहा कि जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, वह बांग्लादेश नहीं लौटेगी।
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