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भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस को मिला तेजस रैक, रेल मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना; ये सुविधाएं मिलेंगी

रेल मंत्री ने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी और ओडिशा के लिए ऐसी ही एक और एक्सप्रेस का वादा किया था। वादे के अनुसार दूसरी वंदे भारत राउरकेला से भुवनेश्वर तक चलेगी। 19 मई को प्रधान मंत्री ने पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी जो अब पुरी को पश्चिम बंगाल के हावड़ा से जोड़ती है।

By Sheshnath RaiEdited By: Mohammad SameerUpdated: Tue, 15 Aug 2023 06:30 AM (IST)
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भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस को मिला तेजस रैक
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वरः रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को राजधानी में आयोजित एक विशेष समारोह में तेजस रैक से लैस भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं साथ ही घोषणा की है कि ओडिशा को जल्द ही एक और वंदे भारत एक्सप्रेस की सुविधा मिलने वाली है, जिसके लिए सभी प्रकार की तैयारी कर ली गई है।

दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस राउरकेला से भुवनेश्वर तक चलने वाली है। इसके लिए रूट चार्ट को अंतिम रूप दे दिया गया है और यह राउरकेला, सुंदरगढ़, तालचेर और अनुगुल को कवर करेगी। इस अवसर पर केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, भुवनेश्वर के विधायक अनंत नारायण जेना प्रमुख उपस्थित रहकर ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।

रेल मंत्री ने कहा कि आधुनिक तेजस रैक से लैस भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति प्राप्त कर सकती है। भुवनेश्वर-नई दिल्ली के बीच यात्रा के दौरान ट्रेन कटक, भद्रक, बालेश्वर, हिजली, टाटा नगर जंक्शन, मुरी, बोकारो स्टील सिटी, एनएससी बोस जे गोमो, कोडरमा जंक्शन, गया जंक्शन, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर रुकेगी।

रेल मंत्री ने इस अवसर पर यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले सालाना करीब 53 किलोमीटर रेल पटरियां बिछाई जाती थीं, लेकिन अब यह बढ़कर 459 किलोमीटर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले, ओडिशा को 700 करोड़ रुपये का रेलवे अनुदान मिलता था और अब यह बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया है।

रेल मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी और ओडिशा के लिए ऐसी ही एक और एक्सप्रेस का वादा किया था। वादे के अनुसार, दूसरी वंदे भारत राउरकेला से भुवनेश्वर तक चलेगी। रेल मंत्री ने कहा कि 19 मई को, प्रधान मंत्री ने पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी जो अब पुरी को पश्चिम बंगाल के हावड़ा से जोड़ती है।

वहीं इस अवसर पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान कहा कि स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले आज हमने भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर अपने साथी तथा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ तेजस रेक वाली नई दिल्ली-राजधानी एक्सप्रेस का शुभारंभ किया।

आज का यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के विकासित भारत की दिशा में एक अन्यतम कदम है। प्रधान ने कहा कि तेजस रेक लगने के बाद राजधानी एक्सप्रेस की रफ्तार और बढ़ जाएगी। इसकी गति अब प्रति घंटे 200 किमी. हो जाएगी। ट्रेन में यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधा की गई है।

प्रधानमंत्री मोदी जी के विकसित भारत में यात्री सुविधा काफी महत्वपूर्ण है। ओडिशा के लिए रेल अनुदान एवं नई रेल लाइन बिछाने के क्षेत्र में अनुमान से ज्यादा मिला है। ओडिशा के विकास के लिए प्रधानमंत्री सदैव प्रतिवद्ध हैं।

ये सुविधाएं मिलेंगी

आधुनिक इंटीरियर: तेजस रेक में आधुनिक और सौंदर्यपूर्ण रूप से मनभावन इंटीरियर हैं। आरामदायक बैठने की व्यवस्था: कोच में आरामदायक बैठने की व्यवस्था की गई है। इसमें अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई सीट है, जो अच्छी लेगरूम और कुशनिंग प्रदान करती हैं।ॉ

स्वचालित दरवाजे: तेजस रेक स्वचालित दरवाजों से लैस हैं, जो यात्रियों के लिए सुरक्षा और सुविधा को बढ़ाते हैं। जैव-शौचालय: इसमें जैव-शौचालय की व्यवस्था की गई है, जो पारंपरिक शौचालय प्रणालियों की तुलना में अधिक पर्यावरण के अनुकूल और स्वच्छ होते हैं।

चार्जिंग पॉइंट: कोच में मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए चार्जिंग पॉइंट की व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी निगरानी: सुरक्षा कारणों से डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। आग और धुएं का पता लगाना: आग और धुएं का पता लगाने वाली प्रणाली सहित आधुनिक सुरक्षा सुविधाएं अक्सर तेजस एक्सप्रेस रेक का हिस्सा होती हैं।

यात्री सूचना प्रणाली: कोच में यात्री सूचना प्रणाली की व्यवस्था की गई है जो यात्रा, आगामी स्टेशनों और अन्य प्रासंगिक जानकारी के बारे में अपडेट प्रदान करती है। जलवायु नियंत्रण: कोच जलवायु नियंत्रण प्रणालियों से लैस हैं, जो ट्रेन के अंदर एक आरामदायक तापमान सुनिश्चित करते हैं।

स्वच्छता: तेजस एक्सप्रेस ट्रेन आमतौर पर स्वच्छता और स्वच्छता के उच्च मानक को बनाए रखती हैं। उन्नत कोच डिजाइन: तेजस एक्सप्रेस कोच का डिजाइन अक्सर नियमित ट्रेनों की तुलना में अधिक आधुनिक और सौंदर्यपूर्ण रूप से मनभावन होता है।

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