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'14 भाजपा विधायक हमारे संपर्क में...', BJD के दावे से ओडिशा में सियासी हलचल तेज, BJP ने भी समझाया दल-बदल का गणित

बीजद के राज्यसभा सदस्य मुन्ना खां ने दावा किया है कि बीजद जल्द ही ओडिशा में अपनी सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि 14 विधायक जो बीजद छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे वे अब बीजद के संपर्क में हैं। भाजपा ने इस दावे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है कहा है कि दल बदल के लिए दो तिहाई बहुमत होना आवश्यक है।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Fri, 01 Nov 2024 01:13 PM (IST)
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BJD के दावे से ओडिशा में सियासी हलचल तेज
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बीजद बहुत जल्द प्रदेश में अपनी सरकार बनाएगी। चुनाव से पहले बीजद छोड़कर 22 नेता भाजपा में शामिल हुए थे। वे अभी विधायक हैं। इनमें से 14 विधायक अब बीजद के संपर्क में है।ऐसे में बीजद के सत्ता में वापसी का रास्ता खुल रहा है। यह बात बीजद से राज्यसभा सदस्य मुन्ना खां ने कही है।

बीजद के जनसंपर्क पदयात्रा में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही है। राज्यसभा सदस्य मुन्ना खां ने कहा कि अब भी 90 प्रतिशत प्रखंड एवं जिला परिषद बीजद के पास हैं। अगर अभी चुनाव होता है तो हम 100 सीटें जीतेंगे।

भाजपा ने भी दी कड़ी प्रतिक्रिया

बीजद के राज्यसभा सदस्य के इस बयान के बाद भाजपा ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के वरिष्ठ विधायक जयनारायण मिश्र ने कहा है कि 14 विधायक अगर चले जाते हैं तो भी उनको दो तिहाई बहुमत नहीं मिल रही है।

उन्होंने कहा कि ऐसी बातें जो कह रहे हैं, उन्हें गणित नहीं आती। दल बदल के लिए कम से दो तिहाई मेजरिटी होनी चाहिए। जिनको राजनीतिक गुणा भाग नहीं आता, वे लोग ऐसी बातें करतेहैं।विधायक जयनारायण मिश्र ने कहा कि बीजद एक दासत्व पार्टी है।

उन्होंने कहा कि मुझे लग रहा है कि 2029 तक बीजद बचेगी की नहीं इसमें भी संदेह है। बीजद का प्रत्येक नेता अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। हम लोगों के भी बीजद कई नेता संपर्क हैं और वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। बीजद में नेतृत्व संकट है। पार्टी का कौन नेतृत्व लेगा, इसे लेकर बीजद के कई नेता चिंतित हैं। 

यहां उल्लेखनीय है कि ओडिशा में कुल 147 विधानसभा सीट है। सरकार बनाने के लिए 74 विधायक की जरूरत होती है।वर्तमान में भाजपा के पास 78 विधायक हैं जबकि बीजद के पास 51 तथा कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं।वहीं, कम्यूनिष्ट पार्टी ऑफ इंडिया के 1 तथा 3 निर्दलीय विधायक हैं।

बीजद से पूर्व विधायिका का इस्तीफा

जाजपुर जिले के बरी विधानसभा क्षेत्र से बीजद की पूर्व विधायिका सुनंदा दास ने बीजद से इस्तीफा दे दिया है।उन्होंने बीजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी सुप्रीमो नवीन पटनायक को भेज दिया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पांच महीने से पार्टी में उनकी अनदेखी की जा रही है। सुनंदा दास 2019 से 2024 तक बरी से विधायक थी।

हालांकि, 2024 के चुनावों में, उन्हें बीजद द्वारा टिकट से वंचित कर दिया गया था। उनके स्थान पर बीजद ने भाजपा छोड़कर बीजद में शामिल हुए विश्वरंजन मलिक को टिकट दिया था। वह विजयी भी हुए हैं।

बीजद से इस्तीफा देने के बाद पूर्व विधायिका सुनंदा दास ने कहा है कि 3 तारीख को वह दूसरी पार्टी में शामिल होंगी। हालांकि, किस पार्टी में शामिल होना है, इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया है। 

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